जैन समाज की हुई विजय

विदित है कि पिछले 1 माह से अधिक समय से संपूर्ण भारतवर्ष की जैन समाज सरकार के तीर्थ सम्मेदशिखर को पर्यटन स्थल बनाने हेतु जो कार्यवाही की गयी इसके विरोध में अजमेरी नहीं संपूर्ण भारत की जन समाज लामबद्ध हुई। जैन समाज ने धरने-प्रदर्शन-रैलियों के माध्यम से अपनी आवाज को बुलंद कर कर सरकारों तक अपनी बात को पहुंचाया जैन समाज के सभी बन्धुओं ने सामाजिक एकता का परिचय दिया। तीर्थ सम्मेदशिखर बचाओ संघर्ष समिति के सुनील ढिलवारी, विजय जैन, शिखरचंद सिंगी, दीपक कोठारी प्रदीप पाटनी अतुल ढिलवारी अनिल कोठारी, कैलाशचंद गैलड़ा प्रवीण गदिया हरक चंद बोथरा नरेंद्र लुनिया अतुल पाटनी सुशील पल्लीवाल आदि ने इस विषय पर प्रसन्नता जाहिर की है और कहां है कि यह श्रद्धा और आस्था की जीत है जैन समाज को अपने तीर्थ सम्मेद शिखर को बचाने के लिए संघर्षरत होना पड़ा यह समाज की विजय है कि वापस सरकार को अपना अध्यादेश लेना पड़ा संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि भविष्य में कभी भी जैन तीर्थों के साथ ऐसी खिलवाड़ ना हो उसके लिये सरकार को सतर्क एवं सावधान रहना चाहिए समिति के विजय जैन ने कहा कि जैन समाज जब भी आक्रोशित होता है उसके पीछे उसकी श्रद्धा एवं आस्था धर्म के प्रति जुड़ी हुई होती है सरकार का यह निर्णय जैन समाज के लिए विजय का संकेत है
संघर्ष समिति के सुनील ढिलवारी ने कहा कि भविष्य में भी अजमेर की जैन समाज को एकत्रित करने के लिए समिति हमेशा तैयार रहेगी और भविष्य में कोई भी आने वाली विपत्ति के लिए डटकर मुकाबला करने के लिए समाज लामबंद रहेगा

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