इस अवसर पर श्रमण डॉ. पुष्पेन्द्र ने जैन समुदाय की और से कटारिया जी को बधाई देते हुए कहा कि कटारिया जी को राज्यपाल बनाना जैन समाज के लिए गौरव की बात है उनकी राजनीतिक प्रतिभा से उन्हें यह पद दिया गया है। बेहद शांत व जैन समाज के समाजश्रेष्ठी एवं वरिष्ठ समाजसेवी तथा राजस्थान के कर्मठ, अनुभवी राजनेता कटारिया जी सदैव सकल जैन समाज के लिए तत्पर रहते है राजस्थान के इतिहास में यह द्वितीय मौका है जब किसी जैन को राज्यपाल नियुक्त किया गया है पूर्व में उदयपुर में जन्मे सुंदरसिंह भंडारी जनसंघ के संस्थापक सदस्य थे। वे 1998 में बिहार व 1999 में गुजरात के राज्यपाल बने थे। उसके बाद अब कटारिया असम के राज्यपाल बने है।
इस अवसर पर समाज श्रेष्ठी राधेश्याम जैन,सकल दिगम्बर जैन समाज के प्रवक्ता ब्रजेन्द कुमार जैन,गुड मॉर्निंग इण्डिया के प्रधान संपादक सुरेन्द्र जैन जय कुमार जैन आदि उपस्थित थे।