पेपर आयोजित करने वाली संस्थाओं को कांग्रेस ने बनाया नाथी का बाड़ा

– गहलोत सरकार ने शिक्षा व्यवस्था का किया बेड़ा गर्क-देवनानी
– युवा सपनो को बर्बाद कर भरी अपनी झोली- देवनानी
– 18 जुलाई को प्रदेश का युवा अजमेर में करेगा युवा आक्रोश महाघेराव- देवनानी

अजमेर 13 जुलाई। पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री और अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी ने गहलोत सरकार पर युवाओं के सपनो का खून करने का आरोप लगाते हुए कहा की पिछले चार बजट के पौने तीन लाख सरकारी भर्ती की घोषणा हुई लेकिन मिली सिर्फ 50 हजार। देवनानी ने बेरोजगारी भत्ते के मुद्दे पर भी सरकार को घेरते हुए कहा की चुनावी घोषणापत्र में 70 लाख बेरोजगारों को भत्ता देने का वादा किया गया। लेकिन इंटर्नशिप अनिवार्य का नियम बनाकर युवाओं को इस भत्ते से दूर कर दिया। हालात यह है की बेरोजगारी दर और बेरोजगारी से आत्महत्या के मामले में प्रदेश नंबर एक पर है। 25 फीसदी से अधिक श्रमिक बेरोजगार है। 2018 के मुकाबले प्रदेश में बेरोजगारी दुगनी हो गई है।
देवनानी ने कहा की कांग्रेस राज में पेपर माफिया और संगठित अपराध को प्रोत्साहन मिला हैं। कांग्रेस सरकार के संरक्षण में रीट पेपर लीक का महाघोटाला हुआ जिसमे कांग्रेस पार्टी से जुड़े राजीव गांधी स्टडी सर्किल के लोग भी शामिल है। मामले की सीबीआई जांच होगी तो बड़े चेहरे बेनकाब हो जायेंगे। इसी तरह आरपीएससी पेपर लीक मामले के तार भी ऊंचे स्तर पर बैठे लोगो तक है जिसको दबाने के लिए ही जांच सीबीआई को नहीं सौंपी जा रही। प्रदेश में 2019से दिसंबर 2022 तक एक दर्जन भर्ती परीक्षाएं निरस्त हुई जिसमे कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2019, पटवारी भर्ती परीक्षा 2019, लाइब्रेरियन परीक्षा 2018, जेईएन भर्ती परीक्षा 2021, सब इंस्पेक्टर परीक्षा 2021, रीट पेपर लीक 2021, कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2022,वनरक्षक भर्ती परीक्षा 2022, वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 शामिल है।
देवनानी ने राज्य सरकार पर शिक्षा व्यवस्था का बेड़ा गर्क करने का आरोप लगाया। देवनानी ने कहा की पिछले साढ़े चार साल में 18 भर्ती परीक्षाएं पेपर लीक और उदासीनता के चलते रद्द हुई तो वही विफल शिक्षा नीति के चलते स्कूली शिक्षा गुणवत्ता परिषद में रैंकिंग 2019 में दूसरे स्थान से गिरकर 2021 के आंठवे स्थान पर आ गई। शिक्षा और रोजगार के मामले में सरकार ने प्रदेश को शर्मसार करने के अलावा और कुछ नही किया। प्रदेश की 22 फीसदी स्कूलों में बिजली नहीं है तो 70 फीसदी में कंप्यूटर सुविधा उपलब्ध नहीं।
देवनानी ने कहा की प्रदेश का हर वर्ग इस सरकार से अब परेशान हो चुका है। जिस तरह पिछले दिनों भाजपा महिला मोर्चा ने बढ़ते महिला अपराध को लेकर जयपुर में सीएम आवास का महाघेराव किया था उसी तरह अब युवाओं ने कांग्रेस सरकार के छल को समझ लिया है और आगामी 18 जुलाई को अजमेर में प्रदेश भर से युवा शक्ति यहाँ एकत्रित होकर युवा आक्रोश महाघेराव कर सरकार की जड़े हिला देगी। 18 जुलाई को भारतीय जनता युवा मोर्चा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से आरपीएससी तक पैदल मार्च करेगा और आरपीएससी का घेराव किया जायेगा। इसी तरह आने वाले दिनों में हर मोर्चे की और से जनता के साथ किए गए वादाखिलाफी के विरोध में सड़क पर उतर कर आंदोलन किया जाएगा।
शहर जिलाध्यक्ष रमेश सोनी बताया कि 18 जुलाई को होने वाले आरपीएससी के महाघेराव के लिए जिला स्तर बैठको का आयोजन हुआ है। मण्डल एवं वार्ड स्तर पर बैठको का आयोजन करने के साथ ही विभिन्न कॉचिंग संस्थानों, जीम, ऐकेडिमियों से सम्पर्क किया जायेगा। इसके साथ ही युवा चौपाल जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। उन्होने बताया कि 18 जुलाई को होने वाले महाघेराव के लिए प्रातः 10 बजे सभी प्रदेश पदाधिकारी व कार्यकर्ता माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बाहर एकत्रित होकर पैदल मार्च करते हुऐ आरपीएसी का घेराव करेगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवनानी के साथ जिलाध्यक्ष रमेश सोनी, महापौर बृजलता हाड़ा, अजमेर युवा मोर्चा के संगठन प्रभारी जय सिंह शेखावत, जिलाध्यक्ष राहुल जायसवाल, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रचित कच्छावा आदि मौजूद रहे है ।

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