भागवत की तुलना ओवैसी से करने पर भाजपा आगबबूला

शादी को सौदा बताने वाले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के बाद राजग के प्रमुख सहयोगी दल जदयू द्वारा उनकी तुलना ओवैसी से करने पर भाजपा तिलमिला उठी है।

भाजपा के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने जदयू नेता शिवानंद तिवारी के बयान पर गहरा अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि हम ऐसी निराधार, प्रमाणरहित और अभद्र टिप्पणी की निंदा करते हैं। संघ ने दलितों, आदिवासियों और महिलाओं के उन्नयन के लिए काफी सराहनीय काम किया है। जदयू को तिवारी से संयम बरतने को कहना चाहिए।

भाजपा का की फायरब्रांड नेता उमा भारती ने भी तिवारी की आलोचना करते हुए कहा कि जिस व्यक्ति ने दिमाग खो दिया है, वही संघ की तुलना ओवैसी से कर सकता है। मुझे ऐसे लोगों पर दया आती है।

वहीं भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं नहीं जानता कि किसने क्या कहा है, लेकिन अगर मोहन भागवत की तुलना ओवैसी से किसी ने की है तो वह मानसिक दिवालियेपन का शिकार है।

गौरतलब है कि जदयू के प्रवक्ता शिवानंद तिवारी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत की तुलना एक समुदाय विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने वाले आंध्र प्रदेश के विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी से की है। उनके मुताबिक आएसएस सिर्फ हिंदुओं में नहीं मुसलमानों में भी है। भागवत और ओवैसी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। दोनों अपनी राजनीति चमका रहे हैं। तिवारी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि भागवत का बयान आदिमानव वाली मानसिकता है। वे (संघ) प्राचीन काल को पुनर्जीवित कर रहे हैं। उनके संगठन का दर्शन यह है कि ऊंची जाति के लोगों के साथ बैठने के लिए नीची जाति के लोगों को दंडित किया जाना चाहिए और यदि वह संस्कृत सुनता है तो उसके कानों में पिघला कर सीसा डाल देना चाहिए।

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