तिरंगा लहराकर किया एआईएटीएफ अध्यक्ष का स्वागत, वर्द्धमान कन्या महाविद्यालय में किया खेतपालिया विंग का उद्घाटन
ब्यावर, 15 दिसंबर। अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी मोर्चा के अध्यक्ष मनिन्दरजीत सिंह बिट्टा शुक्रवार को ब्यावर आए। भारत में ’जिंदा शहीद’ के नाम से विख्यात राष्ट्रभक्त बिट्टा का स्वागत श्री वर्द्धमान शिक्षण समिति ने तिरंगा रैली के रूप में किया। श्री वर्द्धमान कन्या पी.जी. महाविद्यालय पहुंचने पर राजस्थानी साफा पहने शिक्षकों ने हाथों में तिरंगा लहराकर भारत माता का जयघोष किया। जवाहर भवन से शुरू होकर वर्द्धमान महाविद्यालय पहुंची तिरंगा रैली के दौरान मार्ग में खड़े शहरवासियों का बिट्टा ने हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार किया। वर्द्धमान कन्या महाविद्यालय परिसर में नवनिर्मित खेतपालिया स्किल डवलपमेंट सेंटर और खेतपालिया प्रशासनिक विंग का उद्घाटन किया। समारोह में दानवीर भामाशाह सुनील कुमार खेतपालिया की धर्मसहायिका शोभा खेतपालिया ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। समिति अध्यक्ष शांतिलाल नाबरिया, मंत्री डाॅ. नरेन्द्र पारख, प्राचार्य डाॅ. आर.सी. लोढ़ा, अकादमिक प्रभारी नीलम लोढ़ा व अन्य पदाधिकारियों ने राजस्थानी परंपरा अनुसार अतिथियों और भामाशाह का स्वागत सम्मान किया। भामाशाह पारसमल, प्रवीण कुमार, सुनील कुमार, दिलीप कुमार, मोहित, हर्षित खेतपालिया का भी सम्मान किया। समारोह में भामाशाह शोभा खेतपालिया व सुनील खेतपालिया ने वर्द्धमान इंटरनेशनल स्कूल भवन निर्माण के लिए 11 करोड़ रुपए के आर्थिक सहयोग की घोषणा की। समिति मंत्री डाॅ. नरेन्द्र पारख ने अतिथियों का स्वागत करते हुए वर्द्धमान शिक्षण समिति की ओर से संचालित शिक्षण संस्थानों की प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सहभागी बने भामाशाहों के प्रति आभार प्रकट किया।
समारोह को संबोधित करते हुए कार्यक्रम अध्यक्ष एम.एस. बिट्टा ने कहा कि भारत राष्ट्र को आतंकवाद से मुक्त करने का लक्ष्य लेकर सेवा में लगा हूं। राष्ट्र रक्षा के साथ धर्म की रक्षा करना भी मेरा परम कर्त्तव्य मानता हूं। मुझे खुशी है कि आज उस ब्यावर शहर में आया हूं जो आजादी के आंदोलन में क्रांतिकारियों की शरणस्थली और कर्मस्थली रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान महावीर स्वामी ने समाज को अहिंसा का संदेश दिया। हम सभी के प्रभु महावीर के संदेशों को आत्मसात कर अपने जीवन को धन्य बनाना चाहिए। बिट्टा ने गुरु गोविंद सिंह के बेटों का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने धर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान दे दिया। अगर राष्ट्र और धर्म की रक्षा के लिए प्राणों का बलिदान भी देना हो तो पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने समाज सेवा में अग्रणी भामाशाह सुनील खेतपालिया के कार्यों की सराहना करते हुए हर्ष प्रकट किया। अंत में प्राचार्य डाॅ. आर. सी. लोढ़ा ने सभी का आभार जताया। समारोह का संचालन सुमित सारस्वत ने किया। कार्यक्रम में समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गौतमचंद बोहरा, गौतम गोखरू, प्रकाश गदिया, रमेशचंद मेड़तवाल, दीपचंद कोठारी, चंदूलाल कोठारी, वैभव सकलेचा, दुलराज मकाणा समेत कई समाजों के सदस्य, शिक्षण संस्थान के शिक्षक, विद्यार्थी मौजूद रहे।
