सेल्फी पॉइंट

अजमेर की आत्मा आनासागर झील को हरी चादर में समेटने वाली जलकुंभी लाइलाज बीमारी का सबब बन चुकी है। प्रशासन हैरान है तो बुद्धिजीवी परेशान। सिस्टम लगभग हाथ खडे कर देने की हालत में आ चुका है। सियापा करते हुए जलकुंभी के अब तक हजारों फोटो खींचे जा चुके हैं। पहली बार अहसास हुआ कि यह सेल्फी पॉइंट भी हो सकता है। शहर के जाने माने डॉक्टर मस्त मिजाज भरत छबलानी संभवतः पहले शख्स हैं, जिन्होंने इस सेल्फी पॉइंट की अहमियत को समझा है। संताप अपनी जगह, उत्सवधर्मिता अपनी जगह। हर अजमेरियन को इसकी सेल्फी ले लेनी चाहिए, ताकि आने वाली पीढियों को पता सनद रहे कि एक जमाने में ऐतिहासिक झील ने हमारी लापरवाही के चलते दम तोड दिया था।

error: Content is protected !!