बाड़मेर-साबरमती स्पेशल ट्रेन को रद्द करना जनता के साथ छलावा : राठौड़

राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव आजाद सिंह राठौड़ ने बाड़मेर-साबरमती समर स्पेशल ट्रेन को रद्द करने पर केंद्र सरकार पर जनता के साथ छलावा करने का आरोप लगाया है उन्होंने बताया कि ट्रेन सेवा रद्द करना बाड़मेर वासियों सहित प्रवासी राजस्थानियों के साथ सरासर धोखा है। महज़ एक सप्ताह में स्पेशल ट्रेन की घोषणा करना व उसे रद्द भी कर देना जनता पर कुठाराघात है।

राठौड़ ने बताया कि चुनावों से महज 8 दिन पहले स्पेशल ट्रेन की घोषणा की जाती है तथा जैसे ही चुनाव सम्पूर्ण होते है तो नोटिफिकेशन निकाला जाता है कि ट्रेन सेवा बंद हो गई है। बाड़मेर वासी सरकार की इस जुमलेबाजी से भलीभांति परिचित है। यही कारण है कि ट्रेन रद्द करने वालों को यहां की जनता भी चुनावों में रद्द कर चुकी है। राठौड़ ने बताया कि स्पेशल ट्रेन की सौगात देकर भाजपा सरकार सिर्फ चुनावी वाहवाही बटोरना चाहती थी यदि वास्तव में जनता से सरोकार होता तो अगले 2 माह तक स्पेशल ट्रेन का संचालन सुचारू रहता। हालाँकि आज जिस तरह से थार का क्षेत्र विश्व पटल पर ना सिर्फ़ भारत का मान बढ़ा रहा है बल्कि आज केंद्र व राज्य सरकार को राजस्व प्रदान करने में भी अग्रणी राज्य है। उस परिप्रेक्ष्य में तो यह ट्रेन का संचालन स्थायी तौर पर होना चाहिए।

राठौड़ ने बताया कि रेलवे द्वारा कम यात्री भार का हवाला देकर ट्रेन को रद्द करने का आदेश निकाला है वो भी तार्किक नहीं लगता क्योंकि इतने कम समय में जनता तक स्पेशल ट्रेन की सूचना पहुंचना और अधिक सवारी मिलना संभव नहीं था लेकिन 2 सप्ताह तक संचालन चालू रहता तो अवश्य ही यात्री भार में बढ़ोतरी होती। यदि कम यात्री भार ही ट्रेन रद्द करने का एकमात्र कारण है तो देश में न जाने कितनी ट्रेनें कम यात्री भार होने के बावजूद भी संचालित है वो भी बंद हो जाती।

उन्होंने बताया कि स्पेशल ट्रेन की घोषणा पर बाड़मेर भाजपा के नेता नियमित ट्रेन सेवा शुरू होने जैसा जश्न मनाते है, ट्रेन शुरू होने के नाम से जनता से वोट मांग लेते है लेकिन जब ट्रेन सेवा रद्द की जाती है तो कोई भी जनप्रतिनिधि जनता के लिए आवाज नहीं उठा पाता। निवर्तमान केंद्र सरकार व रेल मंत्रालय से मांग है कि वर्तमान आदेश को रद्द करते हुए ट्रेन सेवा को केंद्र में नयी सरकार बन जाने तक यथावत रखा जाए।

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