जन जन तक पहुचेंगे विवेकानंद

जयपुर। विवेकानंदजी के जन्म के 150 वीं वर्षगांठ के आयोजनों के लिए गठित ‘‘ स्वामी विवेकानंद सार्ध शती समारोह समिति राजस्थान’’ के अध्यक्ष मिट्ठा लाल मेहता (पूर्व मुख्यसचिव ,राजस्थान सरकार) ने गुरूवार को पिंक सिटी प्रेस क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि हमारा देश जब शारीरिक और मानसिक रूप से गुलामी की जंजीरों में जकड़ा हुआ था। उस समय ‘‘ उठो जागो और लक्ष्य की प्राप्ति तक मत रुको’’ का सिंहनाद करने वाले युवा सन्यासी विवेकानंद ने भारत के निवासियों में आत्मबल का संचार किया था। एक नई बौद्धिक ,सांस्कृतिक और आध्यात्मिक चेतना जागृत की। विश्व भर में जब भारत को किसी भी प्रकार सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता था। ऐसे में उन्होंने अपने को सभ्य और सुसंस्कृत समझने वाले पश्चिम के देशों को अपने तेजस्वी विचारों से जीत कर भारत की सोच, उसके दर्शन, सभ्यता -संस्कृति और आध्यात्म की थाती का परिचय कराया।
विश्व भर में दिए अपने व्याख्यानों में भी उन्होंने धर्म और वेदांत पर विचार रखने के साथ आर्य सभ्यता ,समाज व्यवस्था, र्मूिर्त पूजा आदि विषयों पर अपने ज्ञान का लोहा मनवाया। पूरे देश में घूम- घूम कर भी उन्होंने सभी युवकों और नर-नारियों को यह विश्वास दिलाने का प्रयत्न किया कि उनमे अपार क्षमता है। यदि वह अपनी धरोहर व सामर्थ्य को पहचाने तो वह एक बार फिर भारत को विश्व गुरु के आसन पर विराजमान कर सकते है।
आज विवेकानंदजी के जन्म के 150 वर्ष बाद भी उनके विचार समसामयिक है। स्वाधीनता के बाद हम जिस दुर्दशा ,और दिशाहीनता की ओर बढ़ रहे है उसमे विवेकानंदजी के विचार, उनके आव्हान और उदघोष का व्यापक प्रचार -प्रसार संभवतः हमें पुनर्जीवित कर सकता है। इसी बात को ध्यान में रखकर ‘‘स्वामी विवेकानंद सार्ध शती समारोह समिति राजस्थान ’’ का गठन किया गया जिसमे सामाजिक क्षेत्र में योगदान करने वाले पदाधिकारी शामिल हैं।
‘‘भारत जागो विश्व जगाओ ’’ के विचार को ध्यान में रखते हुए समाज के प्रत्येक वर्ग तक पहंुचने की अनूठी योजना बनाई गई है जिसमे समाज को 5 भागो में विभाजित कर इसके 5 आयाम यथा युवाशक्ति ,सम्वर्धिनी ,प्रबुद्ध भारत ,ग्रामायण और अस्मिता स्थापित किये गए है। इन 5 आयामों के माध्यम से समिति वर्ष भर विवेकानंदजी के विचार जन- जन तक पहंुचाएगी।
युवाशक्ति – 40 वर्ष तक के युवाओं के लिए शक्ति, स्वाध्याय व सेवा को प्रेरित करने वाली गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। विवेकानंद यूथ फोरम, विवेकानंद स्वाध्याय मंडल आदि का गठन करके युवाओं को जागरूक करने के कार्यक्रम किये जायेंगे।
संवर्धिनी – राष्ट्र जागरण एवं संस्कृति संरक्षण, संवर्धन व प्रसार में महिला सहभाग को बढ़ाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। इनमे महिला संगोष्ठी, शक्ति सम्मलेन, किशोरी शिविर ,युवा दंपति सम्मेलन आदि प्रमुख होंगे।
प्रबुद्ध भारत -शिक्षित एवं प्रबुद्ध वर्ग की विचार शैली परिष्कृत करने के उद्देश्य से कार्यक्रम होंगे। इनमे स्वामी विवेकानंद के जीवन पर केन्द्रित व्याख्यानमालाएं , राज्यस्तरीय सम्मेलन अदि प्रमुख है।
ग्रामायण – ग्रामीणों का आत्मविश्वास बढ़ाने तथा ग्राम्य जीवन को सशक्त बनाने के कार्यक्रम होंगे।
अस्मिता -जनजातीय बंधुओं में अस्मिता का जागरण करने, जनजाति उत्सव, मतान्तरण रोकने के लिए परिचर्चा आदि कार्यक्रम होंगे।
समारोह का शुभारम्भ 12 जनवरी 2013 को राजस्थान क्षेत्र के लगभग 700 स्थानों पर विवेकानंदजी की विशाल शोभा यात्रा निकाल कर किया जायेगा। वर्ष भर चलने वाले समारोह को सफल बनाने के लिए गत 25 दिसंबर 2012 को ‘‘संकल्प’’ दिवस का आयोजन किया गया जिसमे राजस्थान क्षेत्र में 1691 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित हुए जिसमे 1लाख ,29 हजार 299 उपस्थिति रही । ज्ञातव्य रहे की 25-27 दिसंबर 1892 को स्वामी विवेकानंद ने कन्याकुमारी में समुद्र के मध्य स्थित शिला पर बैठकर भारत की परिस्थितिओं पर ध्यान लगाया था और अपने मोक्ष की चिंता छोड़ कर नर की सेवा का व्रत लिया था।
इस अवसर पर विवेकानंदजी के जीवन तथा उनके विचारो पर आधारित 3 पुस्तकों ‘‘ हे हिन्दू राष्ट्र उत्तिष्ठत ! जागृत !’’, ‘‘ भारत जागो विश्व जगाओ;;, ’’ स्वामी विवेकानंद का जीवन और सन्देश’’ तथा उनके बहुरंगी चित्र व कर पत्रक का विमोचन किया गया।
भावी कार्यक्रम- 18 फरवरी 2013 को सामूहिक सूर्यनमस्कार के कार्यक्रम होंगे जिसमे लाखो विद्यार्थी, व युवा सम्मिलित होंगे। फरवरी माह में सम्पूर्ण राज्य में प्रत्येक शहर व गाँव में हर घर में संपर्क कर स्वामीजी का चित्र व सन्देश पहुचाया जायेगा। 31 अगस्त से 1 सितम्बर तक राष्ट्रीय परिसंवाद आयोजित किया जायेगा। 11 सितम्बर 2013 को भारत जागो दौड़, मार्च -सितम्बर के मध्य विविध आयामों के अनुसार कार्यक्रम आयोजित होंगे। अक्टूबर माह में युवाओं के विशाल सम्मेलन आयोजित आयोजित होंगे ।
12 जनवरी 2013 को अपरान्ह 1.00 वजे जयपुर शहर में विशाल शोभा यात्रा दो स्थानों चांदपोल एवं सांगानेरी गेट से प्रारंभ होकर मेडिकल कॉलेज के सामने संपन्न होंगी। इसमें समाज के प्रत्येक वर्ग,जातियों, शिक्षण संस्थानों, धार्मिक,आध्यात्मिक, सेवा संस्थानों तथा विविध संगठनों द्वारा झांकियां निकाली जाएँगी।
बसंत जिंदल, प्रान्त प्रचार प्रमुख
स्वामी विवेकानन्द सार्धशती समारोह समिति,
94147.16585

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