चांदी में आसान निवेश के लिए डीएसपी म्यूचुअल फंड व्दारा डीएसपी सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड योजना का शुभारंभ

मुंबई, अप्रैल2025: डीएसपी म्यूचुअल फंड ने अपनी नई ओपन-एंडेड स्कीम, डीएसपी सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड का शुभारंभ करणे की घोषणा की है। यह फंड निवेशकों को म्यूचुअल फंड के माध्यम से बहुत लचीले और सुनियोजित तरीके से बहुमूल्य धातु चांदी में निवेश करने का आसान तरीका प्रदान कर रहा है। यह नई फंड ऑफ फंड प्रकार की योजना डीएसपी सिल्वर ईटीएफ की इकाइयों में निवेश करेगी और इस प्रकार से स्थानीय बाजार में भौतिक चांदी के प्रदर्शन के अनुरूप रिटर्न प्रदान करेगी।

योजना का एनएफओ प्रारंभिक निवेश के लिए खुल गया है और 9 मई 2025 को बंद होगा।

चांदी अब विभिन्न उद्योगों में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोटिव, ऊर्जा और आभूषण उद्योगों में चांदी एक महत्वपूर्ण घटक बन गई है। नवीकरणीय और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों की ओर विश्व का बढ़ता कदम भविष्य में चांदी की मांग को और बढ़ाएगा। चांदी की आपूर्ति में वृद्धि हमेशा सीमित रही है तथा पिछले कुछ वर्षों में इसमें लगातार गिरावट देखी गई है। 2025 लगातार पांचवां वर्ष होगा जब मांग आपूर्ति से अधिक हो जाएगी। वार्षिक मांग की तुलना में आपूर्ति में कमी 20 प्रतिशत से अधिक है। अतीत में जब भी ऐसी कमी हुई है, तो यह देखा गया है कि चांदी में निवेश की थोड़ी वृद्धि के कारण कीमत में उछाल आया है। चूंकि चांदी की कीमतें अमेरिकी डॉलर में निर्धारित होती हैं, इसलिए भारतीय निवेशकों को डॉलर के मूल्य में गिरावट से लाभ मिलने की संभावना है। पिछले कुछ वर्षों में अमेरिकी डॉलर की तुलना में रुपए में चांदी की कीमत ने अच्छा प्रदर्शन किया है। विशेषकर रुपए के कमजोर होने के बाद चांदी ने निवेशकों को अतिरिक्त लाभ प्रदान किया है।

डीएसपी सिल्वर फंड ऑफ फंड, लेनदेन के लिए डीमैट खाता खोले बिना, डिजिटल रूप में बहुत सुविधाजनक तरीके से चांदी जैसी कीमती धातुओं के स्वामित्व का लाभ प्रदान कर रहा है। इसके साथ ही यह फंड एसआईपी के माध्यम से चांदी में निवेश करने का एक बहुत ही सुनियोजित तरीका भी प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त, यह फंड निवेशकों को एक विशिष्ट अवधि तक निवेश बनाए रखने की आवश्यकता के बिना यूनिटों को बेचने की सुविधा भी प्रदान करता है।

नए फंड के लॉन्च पर बोलते हुएडीएसपी म्यूचुअल फंड के सीएफए और पैसिव इन्वेस्टमेंट एंड प्रोडक्ट्स के प्रमुख अनिल घेलानी ने कहा, “वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव और अनिश्चितता के समय में चांदी और सोने जैसी कीमती धातुएं निवेशकों के लिए सुरक्षित पनाहगाह हैं। उन निवेशकों के लिए मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव के रूप में भी यह धातू काम करते हैं, जिन्हें डर है कि मौजूदा व्यापार युद्ध और व्यापार शुल्क तनाव मुद्रास्फीति में उछाल लाएंगे। लेकिन निवेश की मांग के साथ-साथ, चांदी की वार्षिक मांग का 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सा औद्योगिक इस्तेमाल से जुडा है। जैसे-जैसे दुनिया भर के कई देश स्वच्छ ऊर्जा और नई प्रौद्योगिकियों की ओर बढ़ रहे हैं, भविष्य में ईवी वाहनों, सौर पैनलों और 5जी नेटवर्क में चांदी का औद्योगिक उपयोग बढ़ता रहेगा। यदि हम वर्तमान सोना/चांदी अनुपात की जांच करें और इसकी तुलना दीर्घकालिक आंकड़ों से करें तो यह स्पष्ट है कि, चांदी की कीमतें अपेक्षाकृत कम हैं और भविष्य में चांदी का प्रदर्शन और भी बेहतर होने की संभावना है। हालांकि, निवेशकों को रिटर्न में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव की संभावना पर भी विचार करना होगा।”

डीएसपी सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड्स के फंड मैनेजर दीपेश शाह ने कहा, “डीएसपी सिल्वर ईटीएफ फंड ऑफ फंड के शुभारंभ के साथ, हम निवेशकों के लिए म्यूचुअल फंड के माध्यम से चांदी जैसी परिसंपत्तियों तक पहुंच को और भी आसान बना रहे हैं। हमारा उद्देश्य कमोडिटीज के माध्यम से विविधीकरण और दीर्घकालिक विकास क्षमता की तलाश करने वालों के लिए पारदर्शी, तरल और लागत प्रभावी विकल्प प्रदान करना है।”

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