अतिवृष्टि के मद्देनजर जिला प्रशासन ने शहर में बनाए 7 आश्रय स्थल

जिला कलक्टर ने क्षेत्रवार प्रभारी अधिकारी किए नियुक्त

     अजमेर, 19 जुलाई। शहर में संभावित अतिवृष्टि एवं भारी वर्षा की स्थिति को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन द्वारा अग्रिम तैयारियों के तहत राहत एवं पुनर्वास की प्रभावी व्यवस्था की गई है। जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री लोकबंधु के निर्देशानुसार शहर के विभिन्न जलभराव प्रभावित क्षेत्रों में आमजन को सुरक्षित आश्रय प्रदान करने के लिए आश्रय स्थलों की स्थापना की गई है। प्रत्येक आश्रय स्थल पर प्रभारी अधिकारी तथा सहायक की नियुक्ति कर उन्हें राहत कार्यों की पूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई।

जिला मजिस्ट्रेट श्री लोक बन्धु ने बताया कि इन आश्रय स्थलों पर मूलभूत सुविधाएंसुरक्षित आवासचिकित्सापेयजल एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। इससे किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में प्रभावित नागरिकों को तत्पर सहायता मिल सकेगी।

उन्होंने बताया कि डीएवी शताब्दी स्कूल में आश्रय स्थल स्थापित किया गया है। इसके प्रभारी अधिकारी कृषि विभाग के सहायक श्री के.पी.एस. राजावत को नियुक्त किया गया है। उनके साथ सहायक के रूप में पटवारी श्री खेमराज एवं नगर निगम उपायुक्त श्रीमती कीर्ति कुमावत नियुक्त किए गए है। इसी प्रकार चूड़ी बाजार एवं आसपास के क्षेत्र के लिए राजकीय केंद्रीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में आश्रय स्थल स्थापित किया गया है। जहां प्रभारी अधिकारी के रूप में नायब तहसीलदार श्रीमती नेहा कंवर राठौड़ तथा सहायक के रूप में भू-अभिलेख निरीक्षक सरीता इन्दोरिया एवं नगर निगम उपायुक्त श्रीमती कीर्ति कुमावत नियुक्ति की गई हैं।

उन्होंने बताया कि माकड़वाली रोड क्षेत्र के लिए विवेकानंद मॉडल स्कूल में आश्रय स्थल बनाया गया है। जहां रोजगार कार्यालय के सहायक निदेशक श्री मधुसूदन जोशी को प्रभारी अधिकारी तथा पटवारी श्री सुरेन्द्र चौधरी एवं अजमेर विकास प्राधिकरण के तहसीलदार श्री महेश सेशमा को सहायक के रूप में नियुक्त किए गए है। उन्होंने बताया कि चौरसियावास एवं आसपास के क्षेत्र के लिए सेंट स्टीफेंस स्कूल में आश्रय स्थल स्थापित किया गया है। इसमें अधिशासी अभियंता श्री गोपाल गर्ग को प्रभारी अधिकारी और गिरदावर श्री रवि चौहान तथा श्री महेश सेशमा को सहायक के रूप में नियुक्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि कोटड़ा एवं आसपास के क्षेत्रों के लिए मित्तल नर्सिंग कॉलेज को आश्रय स्थल बनाया गया है। इसमें प्रभारी अधिकारी लोक सेवाओं की सहायक निदेशक श्रीमती विनिता स्वामी तथा सहायक के रूप में भू-अभिलेख निरीक्षक श्री कैलाश जांगिड एवं अजमेर विकास प्राधिकरण से तहसीलदार श्रीमती सुनीता बुरड़क को नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही इस क्षेत्र के लिए रेयॉन स्कूल में भी आश्रय स्थल बनाया गया है। इसके प्रभारी अधिकारी पंचायत समिति अजमेर के विकास अधिकारी श्री सुधीर पाठकसहायक के रूप में पटवारी हर्षा वर्मा एवं एडीए से तहसीलदार श्रीमती सुनीता बुरड़क को नियुक्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि चौरसियावास एवं आसपास के क्षेत्र के लिए वृंदावन पब्लिक स्कूल में आश्रय स्थल बनाया गया है। इसके प्रभारी अधिकारी कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक श्री संजय तनेजा एवं सहायक के रूप में भू-अभिलेख निरीक्षक श्री विनोद रत्नू एवं एडीए से तहसीलदार श्री महेश सेषमा को नियुक्त किया गया है।

उन्होंने बताया कि रामनगरमहावीर कॉलोनीमित्तल हॉस्पीटलकोटड़ा एवं मोती विहार के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त श्री सूर्यकान्त शर्मा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार गुलमोहर कॉलोनीसागर विहारकृष्णगंज एवं पुरानी चौपाटी के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण को सचिव श्री अनिल पुनिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। ब्रह्मपुरीकाला बागपालबिछलाआम का तालाब के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त श्री प्रवीण घूघरवाल को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।

उन्होंने प्रशासन द्वारा सभी प्रभारी एवं सहायक अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे तत्काल प्रभाव से अपने-अपने आवंटित आश्रय स्थलों पर पहुंचकर समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें। आपात स्थिति में आमजन जिला नियंत्रण कक्ष के दूरभाष नंबर 0145-2628932 पर संपर्क कर सकते हैं।

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