इंटरनेशनल चेस डे हर साल 20 जुलाई को मनाया जाता है। खेल की हर पहलू और हर स्ट्रोक जरूरी होता है; एक चाल से हार और जीत दोनों हो सकती है। सेंट मेरिज कान्वेंट स्कूल बीर में शतरंज दिवस पर प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया । प्रधानचार्य सिस्टर अनुषा ने बताया कि शतरंज केवल एक खेल नहीं बल्कि बुद्धि, धैर्य, योजना, निर्णय क्षमता व समस्या समाधान कौशल को विकसित करने का सशक्त माध्यम है। प्रतिस्पर्धी युग में विद्यार्थियों को ऐसे बौद्धिक खेलों से जोड़ना समय की मांग है जिससे उनका मानसिक विकास भी हो सके।अंत में बालक वर्ग बिरात देब और बालिका वर्ग अधिरा कटेवा ने सबसे पहले गेम को खत्म कर चैस मास्टर 2025 का ख़िताब अपना नाम किया l
