गुरुग्राम, नवंबर, 2025 – भारत के सबसे बड़े कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड सैमसंग ने आज अपनी प्रमुख टेक एजुकेशन पहल, सैमसंग इनोवेशन कैंपस (एसआईसी), में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। इसके तहत गोरखपुर में 1600 युवा प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया।
योगी बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह सभागार में आयोजित इस समारोह में उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित थे, जिन्होंने मेधावी छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान किए और भविष्य के लिए तैयार शिक्षा और डिजिटल समावेशन में इस पहल के योगदान की सराहना की।
भारत सरकार के स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया मिशन के अनुरूप, सैमसंग इनोवेशन कैंपस युवाओं को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस,इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), बिग डेटा, और कोडिंग व प्रोग्रामिंग में आवश्यक कौशल से लैस करता है। सैमसंग इनोवेशन कैंपस कंपनी का प्रमुख सीएसआर कार्यक्रम है और फिलहाल यह 10 राज्यों में फैला हुआ है। इसका लक्ष्य 2025 में देश भर में 20,000 छात्रों को कौशल प्रदान करना है – जो पिछले वर्ष की तुलना में इसमें छह गुना की वृद्धि दिखाता है।
राष्ट्रीय स्तर पर, इस पहल में 44% महिलाओं की भागीदारी देखने को मिली है, जो समावेशी और समान कौशल पर सैमसंग के ध्यान को दर्शाती है। उत्तर प्रदेश में, इस वर्ष 5000 छात्रों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, और यह राष्ट्रीय लक्ष्य का लगभग 25% है। इसी के साथ यूपी डिजिटल सशक्तिकरण और नौकरी के लिए तैयार प्रतिभा को बढ़ावा देने में अग्रणी के रूप में स्थापित हो रहा है।
सैमसंग साउथवेस्ट एशिया के प्रेसिडेंट और सीईओ, जेबी पार्क ने कहा, ‘‘सैमसंग का मानना है कि भारत का भविष्य यहाँ के युवाओं पर निर्भर करता है। सैमसंग इनोवेशन कैंपस के ज़रिए, हम युवाओं को सिर्फ टेक्निकल ज्ञान ही नहीं दे रहे हैं, बल्कि उनके आत्मविश्वास, नई सोच, रचनात्मकता और मुश्किलों को हल करने की क्षमता को भी बढ़ा रहे हैं। ये गुण उन्हें एक अच्छा करियर बनाने और देश के डिजिटल बदलाव में मदद करेंगे। इस साल हम 10 राज्यों और हज़ारों क्लासरूम में जो तेज़ी देख रहे हैं, वह दिखाता है कि भारत में सीखने और आगे बढ़ने की कितनी ज़बरदस्त इच्छा है। चाहे वह AI, IoT, बिग डेटा या कोडिंग हो, ये सिर्फ भविष्य के लिए ज़रूरी कौशल नहीं हैं – ये तोआज के समय में मौके पाने की चाबी हैं। भारत की तरक्की की कहानी में एक साझेदार होने के नाते, सैमसंग हुनरमंद लोगों में निवेश करता रहेगा, स्थानीय इकोसिस्टम को मज़बूत करेगा, और डिजिटल रूप से ताकतवर, नए विचारों पर आधारित ‘आत्मनिर्भर भारत’ बनाने के लिए सरकार और ट्रेनिंग संस्थाओं के साथ मिलकर काम करता रहेगा।”
उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री, श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमारे युवा उत्तर प्रदेश की तरक्की का आधार हैं, और यही भारत की विकास कहानी को आगे बढ़ा रहे हैं। मुझे बहुत खुशी है कि सैमसंग जैसी बड़ी अंतर्राष्ट्रीय कंपनियाँ इन युवाओं के कौशल और सपनों में निवेश कर रही हैं। जब हमारे छात्र आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा, और IoT जैसी नई टेक्नोलॉजी सीखते हैं, तो वे आने वाले कल के उद्योगों की अगुवाई करने के लिए तैयार होते हैं। यह पहल केवल टेक्नोलॉजी सिखाने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारे युवाओं के लिएरोजी-रोटी, आत्मनिर्भरता और सम्मान के नए रास्ते खोलती है। इस कार्यक्रम के ज़रिए, सैमसंग उत्तर प्रदेश को हुनरमंद लोगों और डिजिटल क्षेत्र में बेहतरीन बनाने के हमारे लक्ष्य का समर्थन करता है। इन युवाओं की कामयाबी दिखाती है कि उत्तर प्रदेश आत्मविश्वास से भरा, काबिल और भविष्य के लिए पूरी तरह से तैयार है।”
सैमसंग ने इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर स्किल्स काउंसिल ऑफ इंडिया (ईएसएससीआई) के साथ राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के तहत मान्यता प्राप्त प्रशिक्षण भागीदारों के माध्यम से छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए भागीदारी की है। सैमसंग इनोवेशन कैंपस भारत में2022 में लॉन्च किया गया था और 2024 तक इसने 6,500 छात्रों को प्रशिक्षित किया था, जिससे 2025 तक कुल 26,500 छात्रों को प्रशिक्षण मिलेगा। इसने अब वंचित और अर्ध-शहरी समुदायों पर ध्यान देने के साथ अपनी उपस्थिति का विस्तार करना जारी रखा है।
तकनीकी शिक्षा के अलावा, प्रतिभागियों को रोजगार क्षमता और कार्यस्थल की तत्परता को मजबूत करने के लिए सॉफ्ट स्किल्स प्रशिक्षणऔर प्लेसमेंट समर्थन भी प्राप्त होता है।
अपनी सैमसंग सॉल्व फॉर टुमॉरो पहल के साथ, सैमसंग इनोवेशन कैंपस तकनीक को सब तक पहुंचाने, प्रतिभाओं को तैयार करने और भारत के युवाओं को एक जुड़े हुए, नवाचार-संचालित भविष्य के लिए तैयार करने के लिए सैमसंग की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता पर जोर देता है।