अजमेर, 6 दिसम्बर। अजमेर के इतिहास में शनिवार को एक ऎतिहासिक क्षण दर्ज किया गया जब विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने आनासागर पुलिस चौकी से मामा की दुकान प्रेमनगर तक स्थित मार्ग का नाम शहीद अविनाश माहेश्वरी मार्ग करने की घोषणा की। श्री देवनानी ने घोषणा करते हुए कहा कि अब यह सड़क राम मंदिर आंदोलन के अमर वीर, अजमेर के गौरव, स्वर्गीय श्री अविनाश माहेश्वरी के नाम से जानी जाएगी।
उन्होंने कहा कि 6 दिसम्बर वही दिन है जब राम मंदिर आंदोलन ने निर्णायक रूप लिया था। इसी आंदोलन में श्री अविनाश माहेश्वरी ने अदम्य साहस तथा अटूट आस्था के साथ अपना सर्वाेच्च बलिदान दिया। उनका यह बलिदान धर्म, संस्कृति और राष्ट्रभावना के प्रति उनके समर्पण का अमिट प्रतीक है।
श्री देवनानी ने कहा कि किसी भी शहर की सड़कें केवल आवागमन का माध्यम नहीं होतीं। वे इतिहास और परंपरा की पहचान होती हैं। ऎसे वीर के नाम पर सड़क का नामकरण अजमेर के लिए सम्मान और गर्व का विषय है। यह निर्णय श्री अविनाश माहेश्वरी के बलिदान को प्रणाम के साथ युवा पीढ़ी को त्याग, साहस और कर्तव्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करने वाला कदम है।
उन्होंने कहा कि शहर के इतिहास और योगदान देने वाले विभूतियों को उचित सम्मान दिलाने के लिए यह पहल भविष्य में भी जारी रहेगी। इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि आने वाले समय में भी अन्य सड़कों के नाम परिवर्तनों के लिए प्रक्रिया जारी रहेगी। इससे शहर की पहचान उसके महान व्यक्तित्वों और ऎतिहासिक योगदान से और अधिक मजबूती से जुड़ सकेगी।
उन्होंने कहा कि इसी तरह गुलामी के प्रतीक फॉयसागर का नाम बदल कर वरूण सागर एवं किंग एडवर्ड मेमोरियल का नाम बदलकर महर्षि दयानंद विश्रांति गृह रखा गया है। होटल खादिम का भ्ज्ञी नाम बदल कर होटल खादिम का भी नाम बदल कर होटल अजयमेरू किया गया है। इसी तरह गुलामी के अन्य प्रतीकों के भी नाम बदले जाएंगे।
इस अवसर पर स्वर्गीय श्री अविनाश माहेश्वरी के पिता श्री माणक एवं माता श्रीमती अक्षय माहेश्वरी, महापौर श्रीमती बृजलता हाड़ा, पार्षद श्री अजय वर्मा सहित क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।