मुलायम को भरोसा देकर सीएम अखिलेश आइएएस पर हुए कठोर

एक हफ्ते में सरकार का चेहरा बदलने का सपा चीफ मुलायम सिंह यादव को आश्वासन देने वाले सीएम अखिलेश यादव ने शुक्रवार को आइएएस अफसरों को जमकर नसीहत दी। उन्हें ईमानदारी का पाठ पढ़ाया, उनके जमीर को झकझोरा। कहा, जिस यूपी के अधिकारी अपने फैसले और काम से कभी नजीर कायम करते थे, उसी काडर के अधिकारियों ने हाल के सालों में देश में अपनी पहचान और सम्मान खो दिया है। इसे कैसे हासिल करना है, यह उन्हें सोचना होगा।

मुख्यमंत्री आइएएस सप्ताह के मौके पर शुक्रवार को वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन विधान भवन स्थित तिलक हाल मे किया गया। उन्होंने अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी और जवाबदेही याद कराते हुए कहा कि बेहतर कामों से ही खोई हुई यह पहचान लौटेगी। जनता तक सरकार की योजनाओं और नीतियों का फायदा पहुंचे, यह देखना अधिकारियों काम है। इसे इमानदारी से अंजाम दें। वरिष्ठ अधिकारी अधीनस्थों पर नियंत्रण रखें। जो अफसर योजनाओं को पूरा करने में रुचि नहीं ले रहे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने इस मौके पर अपनी सरकार की प्राथमिकताएं भी गिनाई। गरीबों और किसानों के हितों को सबसे ऊपर बताया। राज्य की कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाने पर बल दिया। अधिकारियों को भ्रष्टाचार से दूर रहने की सलाह दी और कहा कि सरकार द्वारा जनता से किए वादे पूरा कराएं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर भी बल दिया। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि जहां जरूरत पड़े वह आगे बढ़कर निर्णय लें और नेतृत्व प्रदान करने में संकोच न करें। प्रशासनिक व्यवस्था में मोबाइल आदि आधुनिक तकनीकों का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से आम लोगों के लिए कई सुविधाएं बहुत कम खर्च पर पहुंचाई जा सकती हैं। इस व्यवस्था को और अधिक मजबूत किया जाए।

अखिलेश ने अफसरों को किसानों के हित में लागू योजनाओं का ध्यान दिलाया। कर्ज माफी योजना के अलावा नहरों और सरकारी नल से मुफ्त सिंचाई की सुविधा उन तक पहुंचाने का आहवान किया। यह भी कहा कि गन्ने के समर्थित मूल्य का लाभ गन्ना किसानों को दिलाना जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी है। हाल ही में आइएएस काडर में प्रोन्नति पाए अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि यह पदोन्नति काफी कोशिश और संघर्ष के बाद संभव हुआ है। राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष नवीन चन्द्र वाजपेई ने योजनाओं की मंडलायुक्त और जिलाधिकारी स्तर पर लगातार समीक्षा करने और विकास कार्य में गुणवत्ता बनाए रखने पर बल दिया। मुख्य सचिव जावेद उस्मानी ने कहा कि पिछले दस माह में काफी कार्य किए गए हैं। आने वाले समय में भी अधिकारी पूरी गंभीरता और निष्ठा से योजनाओं को गुणवत्ता के साथ लागू कराएंगे।

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