नई दिल्ली। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सीएजी विनोद राय के बयान पर जबरदस्त आपत्ति जताई है और कहा कि जिसे जो काम सौंपा गया है उसे वही काम करना चाहिए। सीएजी विनोद राय को केवल सरकार की योजनाओं को लेखा-जोखा ही करना चाहिए। यही उनकी हद है और इससे बाहर जाकर काम करना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि संविधान में सीएजी का कार्यक्षेत्र परिभाषित है और सभी को उसी दायरे के अन्दर काम करना होता है। अगर सीएजी पॉलिसी बनाएगी, सिविल सोसाइटी लॉ बनाएगी तो कैसे चलेगा। क्या बनाना चाहते हैं? अकाउंटेंट ही हैं न, क्या पीएम बनना चाहते हैं। ये विवाद तब शुरू हुआ जब सीएजी विनोद राय ने अमेरिका के हॉवर्ड केनेडी स्कूल में दिए गए एक लेक्चर में कहा कि हम भले ही पूरी तरह भ्रष्टाचार का खात्मा न कर पाएं, लेकिन सरकार और पूंजीपतियों के बीच सांठ-गांठ उजागर करने में हमारा योगदान है।
राय ने कहा कि सरकार को उद्योगों की मदद करते दिखना चाहिए न कि कुछ खास उद्योगपतियों की। सीएजी विनोद राय ने सवाल उठाते हुए ये भी कहा कि क्या बतौर ऑडिटर हमारी भूमिका सिर्फ इतनी ही है कि हम संसद को अपनी रिपोर्ट भेजते रहें या इससे आगे बढ़कर हमारी भूमिका अपनी रिपोर्ट के जरिए जनमत तैयार करने की भी है?