विद्यार्थी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता को पूरी करें

अजमेर । शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा ने शिक्षकों से कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा आज की अहम जरूरत है और इसके लिए उन्हें विद्यार्थियों का सही शैक्षिक मूल्यांकन और ग्रेडिंग करनी होगी। उन्होंने कहा कि शिक्षक जितनी कड़ी प्रतिस्पर्धा से नौकरी में आएं हैं उतनी ही मेहनत से विद्यार्थियों के जीवन को उज्जवल बनाने के लिए जिम्मेदारी से कार्य करें। शिक्षा मंत्री आज माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के राजीव गांधी सभागार में आयोजित राज्य स्तरीय श्रेष्ठ राजकीय विद्यालय पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य में गुणात्मक शिक्षा को प्रोत्साहित करने और विद्यार्थियों का भविष्य विभिन्न सूचना एवं प्रोद्यौगिकी शिक्षा की दृष्टि से काफी कार्य किए हैं। स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 41000 शिक्षकों की रेकार्ड भर्ती की गई है, 2500 व्याख्याता लगाए गए हैं। 1500 शारीरिक शिक्षकों और 2100 प्रधानाध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी। राजस्थान लोक सेवा आयोग के माध्यम से शीघ्र ही 9000 सैकंड ग्रेड तथा 20000 तृतीय श्रेणी के अध्यापकों की भर्ती की तैयारी की जा रही है। विभाग ने डीपीसी के माध्यम से 62000 शिक्षा विभाग से जुड़े शिक्षकों व अन्य कर्मियों को पदोन्नत किया है। अध्यापकों को प्रशिक्षित करने के पर्याप्त प्रबंध हुए हैं। शर्मा ने कहा कि सरकार शिक्षकों के पद स्कूलों में खाली नहीं रहे और प्राथमिक व उच्च प्राथमिक शिक्षा का गुणात्मक स्तर सुधरे इसके लिए शिक्षकों, अभिभावकों व मीडिया के सहयोग की महती आवश्यकता है। उन्होंने पढ़ने में कमजोर विद्यार्थियों की एक्स्ट्रा क्लास लेने, विद्यार्थी की शैक्षिक एवं सहशैक्षिक गतिविधियों में सहभागिता और अनुशासन की दृष्टि से निगरानी रखने पर जोर देते हुए विद्यार्थी की सही ग्रेडिंग की आवश्यकता को पुनः दोहराया। शिक्षा मंत्री ने ऐसा ही राज्यस्तरीय समारोह प्राथमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए आयोजित करने की बात भी कही। शिक्षा मंत्राी ने बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुभाष गर्ग द्वारा माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्तर पर शिक्षा की गुणवत्ता के लिए किए जा रहे प्रयासों की तारीफ करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं और कहा कि ऐसे शिक्षाविद् व्यक्तित्व की अभी बोर्ड को सेवाओं की और जरूरत है। उन्होंने डॉ. गर्ग से अपेक्षा की कि वे आगामी वर्ष में आयोजित होने वाले राज्यस्तरीय श्रेष्ठ स्कूल समारोह में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट घोषणा में की गई पुरस्कार योजना के तहत ऐसे स्कूल को भी शामिल करेंगे जो कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की हायर सैकंडरी की परीक्षा में सबसे ज्यादा लेपटॉप प्राप्त करेगा। बोर्ड अध्यक्ष ने समारोह में मौके पर ही शिक्षा मंत्राी का सम्मान में कहा कि आगामी वर्ष में आयोजित होने वाले इस समारोह में उनके बताये अनुसार अधिक लेपटॉप प्राप्त करने वाले तीन स्कूलों को भी सम्मानित किया जाएगा।

61 श्रेष्ठ विद्यालय के संस्था प्रधान सम्मानित
शिक्षा मंत्री श्री बृजकिशोर शर्मा ने समारोह में राज्यस्तर पर श्रेष्ठ विद्यालय की शील्ड राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय 40 जीबी श्रीगंगानगर तथा माध्यमिक स्तर पर राजकीय माध्यमिक विद्यालय ईग्यासनी नागौर के संस्था प्रधान को प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक स्तर पर जयपुर, चूरू, जोधपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर, भरतपुर के 13 विद्यालयों को मंडल स्तर पर तथा 21 विद्यालयों को माध्यमिक शिक्षा के लिए जिला तथा उच्च माध्यमिक शिक्षा के लिए 25 विद्यालयों को सम्मानित किया गया। समारोह में बोर्ड अध्यक्ष ने संस्था प्रधान का माल्यार्पण, शिक्षा मंत्री ने चैक तथा शिक्षा राज्य मंत्री ने प्रमाण पत्र दिये।
शिक्षा राज्य मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ ने अध्यक्षता करते हुए सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों के संस्था प्रधानों को बधाई दी और शिक्षा मंत्राी का अभिनंदन करते हुए कहा कि शिक्षा के बगैर मनुष्य व उसका जीवन अधूरा है, इसे पूरा करने के लिए मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत की सरकार ने राज्य में शिक्षा को बजट समर्पित किया और मेरिट लिस्ट में आने वाले विद्यार्थियों को लेपटॉप देने की योजना की घोषणा कर नये राजस्थान के निर्माण के कृतसंकल्प को आगे बढ़ाया है। उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा मुख्यमंत्राी छात्रा साईकिल योजना, गार्गी व इंदिरा गांधी प्रियदर्शिनी पुरस्कार आदि प्रयासों को सराहा ओर संस्था प्रधानों को विद्यार्थियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझने को कहा। उन्होंने बोर्ड द्वारा शिक्षा क्षेत्रा में किये जा रहे नवाचार की जानकारी भी दी।
इससे पूर्व बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुभाष गर्ग ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और विद्यार्थियों के चहंुमुखी शैक्षिक विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर कृषि विश्वविद्यालय के उपकुलपति डॉ. ओ.पी.गिल सहित विद्यालयों के संस्था प्रधान एवं शिक्षाविद् मौजूद थे।

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