यासिन को भारी पड़ेगी सईद से दोस्ती, जब्त हो सकता है पासपोर्ट

yasinhafiz 2013-2-12अफजल की फांसी के विरोध में जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासिन मलिक और देश के मोस्ट वांटेड आतंकी व लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद को एक ही मंच पर एक ही साथ देखे जाने के मामले को लेकर केंद्र सरकार काफी गंभीर हो गई है। इसलिए सुरक्षा एजेंसिया यासिन से पुछताछ कर उसके पासपोर्ट जब्त करने की तैयारी कर रही है।

बीते दिनों संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने का विरोध कर रहे हाफिज सईद के साथ जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता यासिन मलिक भी शामिल हो गए। इस दौरान दोनों ने एक ही मंच सांझा किया। दोनों की यह दोस्ती पुराने रिश्ते पर कई सवाल खड़े करती नजर आती है।

दोनों की इस मुलाकात पर केंद्र सरकार ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। हालांकि रक्षा मामलों के जानकार मलिक को पाकिस्तान जाने की इजाजत देने के मुद्दे पर सरकार को ही सवालो के घेरे में खड़ा कर रहे हैं।

गौरतलब है कि अफजल की फांसी के बाद एक दिन का अनशन करने वाले जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासिन मलिक ने पाकिस्तान सरकार से अनुरोध किया है कि वह मौत की सजा पाए भारतीय कैदी सरबजीत सिंह के बारे में जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं ले। भारत में संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के बाद मलिक ने यह अपील की है।

इस्लामाबाद में अफजल के लिए फातिहा पढ़ने से पहले वहां मौजूद कश्मीरी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मलिक ने कहा,कुछ लोग सरबजीत को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे हैं। मैं आपसे अपील करता हूं कि आप ऐसी मांग नहीं करें। यह अफजल को दिए गए दंड जैसा ही होगा। मैं पाकिस्तान सरकार से अनुरोध करता हूं कि इस बारे में फैसला लेने में जल्दबाजी नहीं करे।

मुंबई हमले (26/11) के दोषी अजमल कसाब और अफजल को फांसी दिए जाने के बाद पाकिस्तान के कुछ सगठनों ने सरबजीत को भी फांसी देने की मांग की है।

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