
अजमेर। हजरत सैयद औलिया गोंदी वाले बाबा का 38वां उर्स मुबारक अकीदत और एहतराम के साथ बुधवार दोपहर कुल की रस्म के साथ मुकम्मल हुआ। तीन दिवसीय उर्स में बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने शिरकत कर अदब, अकीदत और कौमी एकता का परिचय दिया। इस मुबारक मौके पर अपनी मुरादों की झोलियाँ लिये जायरीनों ने बाबा से दुआएंे की । मजारे मुबारक के खिदमतगार शांति बाबा और दिलीप बाबा ने बताया कि मंगलवार शाम जुलूस के साथ गरीब नवाज के आस्ताने पाक की चादर दूदिया पीर बाबा की मजार से लाकर सैयद औलियां बाबा के मजार शरीफ पर पेश की गयी। मगरीब की नमाज के बाद मिलाद शरीफ पढ़ी गई। खलीफा जनाब बक्श मिलाद खां की मौलाई पार्टी ने मिलाद और सलातांे सलाम पेश किया। रात को महफिल-ए-कव्वाली के प्रोग्राम में अजमेर के मशहूर कव्वाल जनाब मुमताज अहमद एण्ड पार्टी और फरीद कव्वाल सहित दिगर कव्वाल पार्टियांे ने सूफियाना कलाम पेश कर जायरीनांे को रूहानियत का एहसास कराया। बुधवार को सुबह 8 बजे कुरआनख्वानी और दिन में 11 बजे रंग-ए-महफिल हुई। दोपहर 1 बजे कुल की रस्म के साथ उर्स मुबारक मुकम्मल हुआ ।