भैया, चैन से रहना है तो खुद जागते रहो

national-workers-protest-in-noida 2013-2-21

नई दिल्ली। जैसा कि पुलिस के बारे में प्रचलित है कि हादसे के बाद पुलिस दर्शन देती है। ठीक अपने पर लागू इस जुमले पर यूपी पुलिस बुधवार को भी खरी उतरी। मजदूर दहशत मचाते रहे, लूटपाट होती रही और बड़े ब्यापारी बेचारे भगवान भरोसे हिफाजत की गुहार लगाते रहे। जी हां, ये नजारा इंडस्ट्रियल एरिया नोएडा का था। सवाल यह उठता है कि पुलिस हादसों के बाद ही क्यों जागती हैं?

मजदूर यूनियन ने पहले ही आंदोलन और हड़ताल की बात कही थी। इसके बाद भी सुरक्षा इतनी कमजोर क्यों थी? कंपनी मालिकों की गाड़ियां तोड़ीं गईं। कंपनी के मालिक सुरक्षा की गुहार लगाते रहे और पुलिस घंटों बाद पहुंची। बुधवार को यहां पर हुई हिंसक झड़पों में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए थे। इस मामले में पुलिस अभी तक करीब सत्तर लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। नोएडा में आज सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षाबलों की अतिरिक्त कंपनियां भी लगाई गई हैं। इस बीच आटो क्षेत्र की प्रमुख कंपनी मारुति, सुजूकी और हीरो कॉर्प के कर्मचारियों ने भी इस हड़ताल में शामिल होने का ऐलान कर दिया है।

शहर में बुधवार को होजरी कांप्लेक्स में उपद्रवियों ने गुरिल्ला की तरह फैक्ट्रियों में आतंक मचाया। सुबह से ही इधर-उधर जाकर उपद्रवियों ने कई फैक्ट्रियों में तोड़फोड़ की। बीच-बीच में कई तरह की अफवाहों के साथ भीड़ उग्र होती रही और पुलिस के साथ भिड़ती रही। कभी पुलिस तो कभी उपद्रवी हावी हो जाते। फेज दो स्थित होजरी कांप्लेक्स के कई कारोबारियों ने फैक्टरी के अंदर लूट करने का आरोप लगाया।

उपद्रवियों ने कंपनी के अंदर घुसकर पहले काम बंद कराया और तोड़फोड़ करने के बाद गारमेंट व अन्य निर्मित सामान लूट लिया। भंगेल से आगे बढ़ते ही सड़क पर जाम लगाते बंद समर्थकों ने आम राहगीरों से बदतमीजी भी की। सड़क पर कई स्थानों पर जाम लगा दिया और टायर जलाए। घटना के बाद फेज दो इलाके में एडीजी एनसीआर ओपी सिंह, मेरठ कमिश्नर मृत्युंजय कुमार, डीएम एमकेएस सुंदरम, एसएसपी शलभ माथुर, एसपी सिटी योगेश सिंह सहित तमाम आला अधिकारी पहुंचे। इनके काफिले के साथ गाजियाबाद पुलिस की टीम व पीएसी थी। सेक्टर-62 एक्सपो सेंटर में सेमिनार में शामिल होने मेरठ जोन से पुलिसकर्मी आए थे। हंगामे की सूचना पर उन्हें नोएडा पुलिस की मदद के लिए भेजा गया।

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