अजमेर। दुराचार के प्रयास के आरोपों से घिरे भगवंत यूनिवर्सिटी के चैयरमेन अनिल सिंह की पत्नी आशा सिंह ने शनिवार को पहली बार मीडिया से मुखातीब होते हुए कहा कि कुछ स्वार्थी लोगों ने एक लडकी को मोहरा बना कर चेयरमैन अनिल सिंह की प्रतिष्ठा को राष्ट्रीय और अर्न्तराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल करने का षड्यंत्र रचा और अजमेर पुलिस ने उन लोगों के दबाव में आकर झूठा मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसका दंश सिंह और उनका परिवार झेल रहा है। आशा सिंह ने पत्रकारों को बताया कि जिस आशीष कुलश्रेष्ठ का नाम लेकर कथित पीडिता ने कुछ नेताओ के साथ धमकी भरे एसएमएस और समझोते के दबाव की बात कही है उससे उनका कोई लेना देना नही। आशा सिंह ने बताया कि आशीष कुलश्रेष्ठ और हॉस्टल वॉर्डन वसुधा को कथित पीडिता ने अपना लोकल गार्जियन बना रखा था। इसका लिखित लैटर आज भी यूनिवर्सिटी में जमा है। जिसे सबूत के तौर पर पत्रकारों को दिया गया। आशा सिंह ने किसी जमीनी विवाद को लेकर द्वेषतावश इस तरह के घृणित आरोप लगाकर अनिल सिंह की प्रतिष्ठा धूमिल करने का आरोप लगाया।
