जयपुर, राजस्थान विधानसभा में सरकारी स्कूल प्रिंसिपल के छात्राओं से मोबाइल पर अश्लील बातें करने का मामला गूंजा। शून्यकाल में माकपा के पेमाराम ने यह मामला उठाते हुए कहा कि सीकर जिले के सांगलिया में सीनियर सैकंडरी स्कूल का प्रिंसिपल छात्राओं से मोबाइल पर अश्लील बातें करता है। उन्होंने कहा कि यह क्रम पिछले पांच माह से चल रहा है, आज तक दोषी प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। सरकारी स्कूल में बेटियां सुरक्षित नहीं है। पिछले 21 फरवरी को ग्रामीणों ने दोषी प्रिंसिपल पर कार्रवाई की मांग को लेकर तालाबंदी कर दी। यह मामला गंभीर है। पेमाराम ने प्रिंसिपल की अश्लील बातों की रिकॉर्डिग की सीडी सदन के पटल पर रखी। इस पर शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा ने पेमाराम के मामला उठाने के बाद पहले कहा कि उन्हें अभी इस मामले की जानकारी मिली है, जांच में दोषी पाए जाने पर दोषी प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। इस पर माकपा के अमरा राम और भाजपा विधायकों ने सवाल उठाया कि मंत्री को पांच दिन बाद भी जानकारी नहीं है तो क्या विभाग चला रहे है। इसके आधे घंटे बाद शिक्षा मंत्री ने अपने जवाब में बताया कि छात्राओं से मोबाइल पर अश्लील बातें करने के आरोपी प्रिंसिपल को एपीओ कर जांच की जा रही है। ग्रामवासियों ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सांगलिया के प्रिंसिपल के खिलाफ विद्यार्थियों से मोबाइल पर अश्लील बातें करने और उनके व्यवहार के विरोध में स्कूल पर ताला जड़ दिया। इसकी सूचना 21 फरवरी को जिला शिक्षा अधिकारी, माध्यमिक द्वितीय, सीकर को मिली।
सूचना मिलने पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम और अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक द्वितीय सीकर को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, सांगलिया भेजा गया, जहां उन्होंने ग्रामीणों के आक्रोश को शांत किया और तालाबंदी खुलवाई। दोनों अधिकारियों ने प्रिंसिपल गौरी शंकर जारोलिया को कार्यमुक्त करते हुए जांच बैठा दी है।