पुलिस और वकीलों में भड़की हिंसा,पीसीआर वैन में लगा दी आग

policeजयपुर। सस्ते मकान और 14 सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को भी वकीलों का उग्र प्रदर्शन जारी रहा। वकीलों ने कलेक्ट्रेट सर्किल पर प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने जमकर पत्थर बरसाएं। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी आंसू गैस के गोले दागे। वकीलों ने वहां खड़े एक पीसीआर वैन में आग लगा दी। फिर बीस से भी बसों के शीशे तोड़ दिए। इससे पहले वकीलों ने बेरिकेडिंग तोड़कर आग लगा दी।

पुलिस और वकीलों के बीच रुक-रुक झड़प हो रही है। वहीं वकीलों ने अब लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अघिकारियों से निलंबित करने की मांग भी शुरू कर दी है। साथ ही अतिरिक्त महाधिवक्ता, गवर्नमेंट काउंसिल और कांग्रेस में पदाधिकारी वकीलों से पदों से त्यागपत्र देकर लड़ाई में साथ देने का आह्वान किया है।

बार काउंसिल के आह्वान पर राजस्थान के वकील गुरुवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। हड़ताल से प्रदेशभर की अदालतों में हजारों मुकदमों की सुनवाई बाधित हो गई। बुधवार को पुलिस और वकीलों के बीच हुए विवाद से मतभेद गहरा गए।

वकीलों ने अब अपनी मांगों में लाठीचार्ज करने वाले पुलिस अघिकारियों को निलंबित करने की मांग भी शामिल कर ली है। जयपुर बार एसोसिएशन में जनरल हाउस की मीटिंग बुलाई है। हाईकोर्ट में भी वकील बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करेंगे।

हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के महासचिव गौरव गुप्ता,द बार एसोसिएशन जयपुर के महासचिव राजेश चौधरी, द डिस्ट्रिक्ट एडवोकेट बार एसोसिएशन के महासचिव राजकुमार शर्मा ने बताया कि लाठीचार्ज में पचास से ज्यादा वकील घायल हुए हैं। राज्य सरकार को घायल वकीलों को मुआवजा देने के साथ जिम्मेदार पुलिस अघिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी होगी।

तीन मामले दर्ज: बुधवार को हुई घटना के बाद पुलिस ने वकीलों के विरुद्ध तीन मामले दर्ज किए हैं। अशोक नगर थाना प्रभारी जनेश सिंह ने दो मामले दर्ज करवाए हैं। जिनमें पुलिस ने करीब 25 अधिवक्ताओं के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट की है। वहीं ज्योति नगर थाना प्रभारी मोहर सिंह पुनिया ने भी वकीलों के विरुद्ध राजकार्य में बाधा,रास्ता रोकने व सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले दर्ज हुए हैं। गौरतलब है कि बुधवार को हुई झड़प में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।

error: Content is protected !!