इसरो-नासा मिलकर खोजेंगे चंद्रमा और मंगल के रहस्य

india-us-agree-for-future-cooperation-in-moon-mars-missionsवाशिंगटन। चंद्रयान-1 मिशन की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो और अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भविष्य में चंद्रमा और मंगल के अभियानों में एक-दूसरे का सहयोग करने का फैसला किया है। इसरो और नासा के प्रबंधकों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि कार्य दल अंतरिक्ष में सहयोग के क्षेत्रों का पता लगाने के लिए आपस में विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। चंद्रयान-1 की सफलता काफी महत्वपूर्ण थी और हमें भरोसा है कि भविष्य में मंगल और चंद्रमा के गूढ़ रहस्य का पता लगाने में यह साझेदारी अहम साबित होगी। बयान में इसरो के सफल प्रयासों की प्रशंसा करते हुए इस साझेदारी को भविष्य के लिए फायदेमंद बताया गया है।

नासा के प्रबंधक चा‌र्ल्स बोल्डेन ने चौथे भारत-अमेरिका सिविल स्पेस ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप की बैठक में कहा कि नासा और इसरो के बीच संबंध सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि भविष्य में यह संबंध ज्यादा फायदेमंद साबित होंगे। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-1 मिशन में नासा के उपकरणों को सफलतापूर्वक शामिल करना साझेदारी का एक अच्छा उदाहरण है। इससे चंद्रमा की सतह से जुड़ी कई अहम जानकारियां प्राप्त हो सकती हैं। ‘ओशनसेट-2 के डाटा उपयोग में इस साझेदारी से महासागर की गहराई और उसकी जटिलताओं को समझने में कारगर साबित होगी। नासा प्रबंधक ने इसरो को मंगल ग्रह पर पहले मिशन के लिए शुभकामना दीं। भारतीय और अमेरिकी अंतरिक्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा हालांकि हम वर्तमान में साथ-साथ कदम बढ़ा रहे हैं लेकिन इसे भविष्य में इस साझेदारी को और मजबूत़ बनाने की आवश्यकता है।

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