जयपुर। भ्रष्टाचार मामलात की जयपुर स्थित विशेष अदालत ने आईपीएल सीजन-5 के लिए भुगतान में गड़बड़ी के मामले में केन्द्रीय मंत्री और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष सी.पी जोशी और अन्य के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच करने को कहा है।
अदालत ने ब्यूरो को जांच रिपोर्ट 22 मई को पेश करने का आदेश दिया है। यह आदेश राजसमंद के काकरोली निवासी प्रेम नारायण की ओर से दायर इस्तगासे पर दिया गया।
भुगतान में गड़बड़ी की शिकायत वाले इस्तगासे में बताया गया है कि वर्ष 2012 में आईपीएल के आठ मैच जयपुर में हुए थे। इसके लिए आरसीए ने बिना निविदा जारी किए ही विभिन्न कार्य का जिम्मा सक्षम इवेंट्स कंपनी को दे दिया था, जिसके बदले कम्पनी को 2.30 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया।
आरोप है कि मात्र एक करोड़ के काम के लिए दो करोड़ तीस लाख रुपए का भुगतान किया गया। फ्लड लाइट और एयरकंडीशनर जैसे कार्यो के लिए भी भुगतान कर दिया जो पहले ही हो चुके थे। इसके अलावा कैटरिंग, बिजली व्यवस्था, वाई-फाई, पार्किग और मेंटेनेंसे जैसे काम के लिए दो-दो कम्पनियों को भुगतान कर दिया गया।
इस्तगासे में जोशी के साथ ही एसोसिएशन के मानद सचिव के.के. शर्मा, उपाध्यक्ष विवेक व्यास, ऑफिस सुपरिटेण्डेंट मनीष जोशी और सक्षम इवेंट्स कम्पनी के मालिक सतीश गोपालन पर भी आरोप है।
उल्लेखनीय है कि आरसीए चुनाव में गड़बड़ी को लेकर एसीबी में जोशी के खिलाफ प्राथमिकी जांच भी चल रही है।