अजमेर। जेल प्रहरी के 220 रिक्त पदों के लिए अजमेर सहित ब्यावर और किशनगढ़ में लगभग 40 हजार अभ्यार्थियों ने 114 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा दी। इतनी बड़ी परीक्षा के लिए अजमेर शहर में न तो जिला प्रशासन और न ही रेल प्रशासन न व्यापक इन्तजाम किये। जिससें शनिवार रात अजमेर पहुंचे हजारों अभ्यार्थियों की भीड़ से हालात बेकाबू होते रहे। सुबह 11 बजे से 1 बजे तक आयोजित परीक्षा देकर लौटे अभ्यार्थियों को काबू करने के लिए रेल्वे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ जवानों को पसीने आ गए। वहीं रेल प्रशासन के दावों की भी पोल खुल गई। पूर्व में इसी तरह की परीक्षाओं के दौरान रैल की छतों पर बैठ कर यात्रा करने वाले परीक्षार्थियों के मौत के बाद रैल प्रशासन ने कड़े कदम उठाए थे, जिसके तहत किसी भी रेल की छत पर बैठ कर यात्रा करने वाले व्यक्तियों को जब तक नीचे नहीं उतार दिया जाएगा, तब तक रैल नहीं चलेगी। लेकिन रविवार को एैसा नहीं हुआ। मीडिया के कैमरों पर अपनी पोल खुलते देख जीआरपी और आरपीएफ के जवान मीडिया को ही एैसी खबरों के लिए दोषी बताते रहे।