नई दिल्ली। महिलाओं को अश्लील एसएमएस भेजने के आरोप में नौसेना के एक कमांडर रैंक अधिकारी की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। बीते दिनों लगे कुछ आरोपों के बाद सदाचार मानकों पर उठे सवालों के बीच एक सप्ताह में सैन्य अधिकारी की बर्खास्तगी का यह दूसरा फैसला आया है। इससे पहले एक अधिकारी की पत्नी ने नौसेना में पत्नियों की अदला-बदली के संगीन आरोप लगाए थे।
नौसेना की छवि खराब करने वाले आरोप से परेशान नौसेना मुख्यालय ने सख्त संदेश देते हुए कमांडर (थलसेना के ले. कर्नल के समकक्ष) आरवी देसाई के कोर्ट मार्शल के मुताबिक उनकी सेवाएं खत्म करने का फैसला किया। इस संबंध में नौसेना के प्रवक्ता कमांडर पीवी सतीश ने कहा कि एक अधिकारी के मानकों के विपरीत व्यवहार को नौसेना कतई बर्दाश्त नहीं करती। महिलाओं का सम्मान करने वाली नौसेना उनके खिलाफ अपमान के लिए सख्त से सख्त सजा का प्रावधान करती है। उन्होंने बताया कि कोर्ट मार्शल के बाद कमांडर की सेवाएं समाप्त करने का फैसला लिया गया। सूत्रों के मुताबिक कमांडर देसाई पर नौसेना के भीतर व बाहर महिलाओं को अश्लील एसएमएस भेजने के आरोप थे।
देसाई देश के एक मात्र विमान वाहक पोत आइएनएस विराट पर तैनात था और जनवरी में उसे कोर्ट मार्शल में दोषी पाया गया। उल्लेखनीय है कि इससे पहले गत शुक्रवार को नौसेना के एक लेफ्टिनेंट कमांडर को अपने साथी अधिकारी की पत्नी के साथ विवाहेतर संबंध के आरोप में नौसेना से बर्खास्त करने पर रक्षा मंत्री एके एंटनी ने मुहर लगाई थी। बीते दिनों एक युवा नौसेना अधिकारी की पत्नी ने पारिवारिक विवादों के बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें पति व ससुराल पक्ष के अलावा नौसेना के अनेक अधिकारियों व उनकी पत्नियों पर भी आरोप लगाए गए थे। शिकायत करने वाली महिला ने नौसेना में पत्नियों की अदला-बदली के भी आरोप लगाए थे। हालांकि, नौसेना मुख्यालय इन आरोपों को सिरे से खारिज कर चुकी है। वहीं इन आरोपों के खिलाफ कानूनी कदम उठाने के विकल्प भी तलाश रही है।