अमेरिका: बोस्टन में धमाकों के बाद हाई अलर्ट पर अमेरिका

america boston marathon bomb blastबोस्टन। बोस्टन मैराथन के दौरान हुए दो बम धमाकों में तीन लोगों की मौत हो गई जबकि लगभग डेढ़ सौ लोग घायल हो गए। इनमें से कई की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। घटना के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए व्हाइट हाउस पर लगे झंडे को आधा झुका दिया गया। धमाकों के बाद पूरे शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया और अस्पतालों पर भी एफबीआई के गार्ड तैनात कर दिए गए। इन धमाकों की भारत समेत कई अन्य देशों ने निंदा की है।

सोमवार को मैराथन के दौरान दो धमाके फिनिशिंग लाइन के करीब उस वक्त हुए जब विजेता धावक अपनी रेस पूरी कर रहा था। एक धमाका जेएफके लाइब्रेरी के पास हुआ। यह धमाके दर्शक दीर्घा में हुए। पुलिस ने इसके अलावा दो जिंदा बमों को भी बरामद कर निष्क्रय कर दिया। धमाके के बाद न्यूयार्क समेत कई बड़े शहरों में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। वहीं बोस्टन में हवाई सेवा को भी कुछ समय के लिए रोक दिया गया है।

कुछ सेकेंड के अंतराल पर यह धमाके करीब पचास से सौ मीटर की दूरी पर हुए। इन धमाकों के बाद लोगों के बीच अफरा-तफरी फैल गई। 9/11 के बाद इसको अमेरिका में सबसे बड़ा धमाका बताया जा रहा है। बोस्टन मैराथन 117 वर्षो से लगातार आयोजित की जाती रही है। 42 किमी लंबी मैराथन में इस बार करीब 26 देशों के धावकों ने हिस्सा लिया था।

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इन धमाकों के लिए हाई एक्सप्लोसिव का इस्तेमाल किया गया था। धमाके के बाद अस्पताल भेजे गए कई घायलों के शरीर से बॉल बेयरिंग पाई गई हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि इस घटना के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। ओबामा ने कहा कि हम फिलहाल में इसके पीछे किसका हाथ है यह नहीं जानते हैं लेकिन जल्द ही इन हत्याओं का दोषी हमारी गिरफ्त में होगा। जांच एजेंसियों ने इस धमाके के लिए दोषी माने जा रहे एक अश्वेत संदिग्ध का स्केच जारी किया है। इस घटना के बाद लंदन मैराथन के लिए भी चिंताएं जताई जा रही हैं। यह धमाके भारतीय समयानुसार रात साढे़ बारह बजे हुए।

सीएनएन की खबर के अनुसार आयोजकों ने इन धमाकों के बाद दौड़ रुकवा दी। आपातकालीन व्यवस्था संभालने वाले कर्मी घटना स्थल पर पहुंच गए और जहां धमाके हुए उस गली को सील कर दिया है। घटना के बाद शोक व्यक्त करते हुए ओबामा ने इस घटना को आतंकी साजिश नहीं माना है। इस घटना की विश्व स्तर पर कई देशों ने निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने भी इसको निंदनीय करार दिया है। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी इन धमाकों की निंदा की है।

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