नई दिल्ली। भारती एयरटेल ने अफ्रीकी महाद्वीप में विस्तार के अपने अभियान के तहत एक और सफलता हासिल की है। कंपनी ने युगांडा की वारिद टेलीकॉम के अधिग्रहण के लिए अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
युगांडा में वारिद टेलीकॉम के 28 लाख ग्राहक हैं। इस अधिग्रहण के बाद दुनियाभर में भारती एयरटेल के ग्राहकों की संख्या 27.18 करोड़ हो जाएगी। एयरटेल ने इस सौदे की राशि का खुलासा नहीं किया है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि वारिद समूह की कंपनी वारिद टेलीकॉम की पूरी हिस्सेदारी खरीदने के लिए अंतिम समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस अधिग्रहण के लिए अभी जरूरी मंजूरियां ली जानी है।
इस अधिग्रहण के बाद युगांडा में एयरटेल के ग्राहकों की कुल संख्या 74 लाख हो जाएगी। साथ ही इस देश के बाजार में 39 फीसद से ज्यादा हिस्सेदारी के साथ कंपनी अपना दूसरा स्थान बरकरार रखेगी। भारत की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी एयरटेल ने वर्ष 2010 में जेन टेलीकॉम के अधिग्रहण के साथ अफ्रीकी बाजार में प्रवेश किया था। अब एयरटेल नाइजीरिया और युगांडा सहित कुल 17 अफ्रीकी देशों में सेवाएं दे रही है। वर्ष 2010 में ही कंपनी ने वारिद टेलीकॉम बांग्लादेश की 70 फीसद हिस्सेदारी अधिग्रहित की थी। कंपनी के एमडी और सीईओ (इंटरनेशनल) मनोज कोहली ने कहा कि वारिद के साथ हुए इस समझौते से एयरटेल को युगांडा में बेहतर सेवाएं उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। वारिद के निदेशक मंडल के सदस्य मोहम्मद नाहायन ने कहा कि इस सौदे से वारिद के ग्राहकों को ज्यादा नेटवर्क कवरेज, 3जी नेटवर्क और विश्व स्तरीय उत्पादों जैसी बेहतर सेवाएं हासिल हो सकेंगी।
रिलायंस जियो से किया करार
रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार इकाई ने भारती एयरटेल के समुद्री केबल नेटवर्क के इस्तेमाल के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड एशिया प्रशांत क्षेत्र में डेटा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए इस नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी। पिछले महीने रिलायंस जियो ने देश में 4जी सेवाओं की शुरुआत के लिए रिलायंस कम्युनिकेशंस के फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क के इस्तेमाल को 1,200 करोड़ रुपये का करार किया था। अब कंपनी भारत को सिंगापुर से जोड़ने के लिए भारती के आइटूआइ केवल नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी।