अजमेर। न्यायालयों में काम करने वाले स्टेनो, टाईपिस्ट और रीडर वकीलों के घर 10-10 हजार रूपेय में पार्ट टाईम नौकरी करते हैं और कोर्ट की ओरिजनल फाईलें वकीलों के घर पहुंचाई जाती हैं। एैसे में मुवक्किल को सही न्याय मिल पायेगा इसमें संशय है। यह कहना है बार अध्यक्ष राजेश टण्डन का।
टण्डन ने कहा कि अगर जिला जज उनसे पूछे तो वह 38 कर्मचारियों के नाम बता सकते हैं जो अदालत के अलावा अधिवक्ताओं के घर अतिरिक्त पैसा लेकर अतिरिक्त कार्य करते हैं। एैसे में बहस और बयान कुछ के कुछ लिखे जाते हैं।
सोमवार को जिला एवं सत्र न्यायालय में भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफतार दो वकील और दो बाबूओं को एसीबी के अधिकारी पेशी पर लेकर आये जहां से मजिस्ट्रेट ने वकील अब्दुल रज्जाक और बाबू हितेष शर्मा को जेल भेज दिया जबकि राजेश शर्मा और वकील हेमराज कानावत को 5 दिन के रिमाण्ड पर सौंप दिया गया।