अजमेर। राधिका सेवा संस्थान के तत्वाधान में हाथीभाटा स्थित लाड़ली लालजी के मंदिर में आयोजित की जा रही श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञानयज्ञ की 380वीं कथा में व्यासपीठ पर विराजित श्रद्वेय अकिंचन जी महाराज ने रविवार को श्रीकृष्ण की बाललिलाओं और गौवर्धन पूजन की कथा का श्रवण कराया। इस अवसर पर 56 भोग की झांकी भी सजाई गई। श्री गोवर्धन महाराज तेरे माथे मुकुट विराज रहयो जैसे भजनों पर श्रद्वालु झुमकर नाचे। महाराज ने कहा कि भक्ति मार्ग में सांसारिक मार्ग आडे नहीं आता, भक्ति मार्ग में भक्ति और व्यवहार अलग-अलग नहीं। शरीर से सब काम करते हुए मन को प्रभु के चरण में रखना है। महिला मण्ड़ल की प्रवक्ता मालती टंड़न ने बताया कि सोमवार को रासलीला, कंस उद्धार और रूखमणी विवाह के साथ महारास का विशेष आयोजन होगा।
