अंराई।अंराई क्षेत्र के दसवीं बोर्ड के परीक्षा परीणामों ने सरकारी विद्यालयों के आकंडे बिगाड दिये। वहीं मुख्यालय पर स्थित कई निजी शिक्षण संस्थाओं ने शत प्रतिशत परिणाम पेंश कर वाहवाही लूटने में लगे है। सरकारी स्कूलों के परिणामों को देख ग्रामीणों ने रोष जताया।
सबसे ज्यादा आकंडे खराब :- कस्बे के अरंाई राजकीय विद्यालय में परीक्षा में बैठै कुल ३४ छात्रों में से२३ फैल हो गये। वहीं आकोडिया सैकेण्डरी विद्यालय में ४७ में से ३१ छात्र फै ल हुये। गोठियाना में परीक्षा में बैठे ५६ छात्रों में से ३२ छात्र फैल हो गये। काशीर में ३६ में से १५ फैल हुये। कटसूरा सरकारी विद्यालय में २४ छात्रों में से ११ छात्र फैल हुए। साथ ही डंाग के निजी संस्थान में आठ छात्रों में से ४ छात्र पास हुुए।
साठ प्रतिशत का आंकडा भी नहीं हुआ पार :- कस्बे के करीब आधे दर्जन से अधिक सरकारी व निजी शिक्षण संस्थाए दसवंी बोर्ड के परीणामों में साठ प्रतिशत के आकडे भी नही छू पाये। जिनमें अरंाई हाय सैकेण्डरी स्कूल, सान्दोलिया सैकेेण्डरी, आकोडिया, डांग नेशनल शिक्षण संस्थान, छोटालाम्बा, मण्डावरिया, गोठियाना, सान्दोलिया, कटसूरा, झिरोता, देवपुरी शामिल है। स्कूलों के परिणामों देख अध्यापकों की लेटलतीफी व शैक्षणिक गुणवत्ता के स्तर को लेकर ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना है।
इनका रहा शत प्रतिशत :- कस्बे के जन सेवा शारदा विद्या मन्दिर अरंाई, नोबल सैकेण्डरी स्कूल, एमआरजी एकेडमी, गणेश मैमोरियल शिक्षण संस्था, आदि शिक्षण संस्थाओं का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। परिणाम आते ही निजी शिक्षण संस्थाओं ने क्षेत्र में प्रचार प्रसार को लेकर बागडौर तेज कर दी है। वहीं अरंाई गल्र्स सकैण्डरी राजकीय विद्यालय का परिणाम ८२.९३, भामोलाव ७५ प्रतिशत, ढसूक ८२.६७ प्रतिशत, सिरोंज ७३.६८ प्रतिशत, गागुन्दा सैकेण्डरी का ७० प्रतिशत , भोगादीत ८६.३६ प्रतिशत, धोलपुरिया ८६.६७ प्रतिशत,सरस्वती बाल निकेतन ८९.६१ प्रतिशत रहा।
संत्राक भेजने में कोई कमी नहीं : हालाकि अध्यापकों द्वारा स्तर को बढाने के लिए छात्रों के संत्राक भेजने में कोई कसर नहीं छोडी गयी।
मनोज सारस्वत