
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि इस बार अगर कांग्रेस को वोट देने की भूल की तो प्रदेश गर्त में चला जायेगा। राजस्थान में कांग्रेस की 50 साल से ज्यादा समय तक सरकारें रही है। लेकिन आज भी हमारा राजस्थान पानी, बिजली, सड़क, शिक्षा, चिकित्सा जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। क्योंकि कांग्रेस ने वोटों की राजनीति के खातिर हमारे प्रदेश को आगे बढ़ने ही नहीं दिया।
कुम्भाराम आर्य लिफ्ट कैनाल का वादा
श्रीमती राजे ने कहा कि कांग्रेस सरकार वादे तो करती है, लेकिन उन्हें पूरा नहीं करती। 25 साल से चौधरी कुम्भाराम आर्य लिफ्ट कैनाल निर्माण का वादा करती आई कांग्रेस ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाये। हमारी भाजपा सरकार ने इसके लिए 58.20 करोड़ रुपये स्वीकृत किये थे। इस सरकार ने अपने घोषणा पत्र में कहा था कि चौधरी कुम्भाराम आर्य लिफ्ट कैनाल के काम को पूरा करेंगे पर साढे चार साल में सिर्फ 11.50 लाख का बजट आवंटित किया है, जो ऊंट के मुंह में जीरा है। श्रीमती राजे ने वादा किया कि उनकी सरकार बनने पर वे कुम्भाराम आर्य लिफ्ट कैनाल का काम पूरा करेंगी। साथ ही उन्होंने आपणी योजना का लाभ पूरे शहर को देने का भी भरोसा दिलाया।
एक व्यक्ति नहीं कर सकता विकास
वसुन्धरा राजे ने कहा कि कोई भी अकेला एक व्यक्ति विकास को अंजाम नहीं दे सकता। उसके लिये सबके साथ की जरूरत है। उन्होंने सुराज संकल्प यात्रा का नारा ’आओ साथ चले’ को दोहराते हुए सब लोगों से आह्वान किया नये और विकसित राजस्थान के लिये भाजपा का साथ चले, तभी जाकर हम नये राजस्थान के सपने को साकार कर पायेंगे।
वसुन्धरा ने राजस्थानी में भाषण दिया
वसुन्धरा राजे ने तारानगर में अपने उद्बोधन की शुरूआत राजस्थानी भाषा से की। उन्होंने अपना एक चौथाई भाषण राजस्थानी में बोला। शेखावाटी की भाषा में भाषण सुनकर लोगों ने खूब तालियां बजाई।
भावुक राठौड़ के समर्थन में हाथ खडे़ किये
तारानगर की सभा में राजेन्द्र राठौड अपने भाषण के दौरान भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने उन्हें झूंठा फसाया है, लेकिन सांच को आंच नहीं आती। लोगों ने भ्रम फैला दिया कि जाट भाई उनके खिलाफ है। जबकि वे 36 की 36 कौमों को साथ लेकर चलने में विश्वास करते हैं। राठौड ने जाट समुदाय से अपने समर्थन में हाथ खडे़ करने की अपील की तो भारी तादाद में हाथ खडे़ कर उन्हें समर्थन दिया।
श्रीमती राजे के साथ भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सतपाल मलिक, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव भूपेन्द्र यादव, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. महेश शर्मा, भाजपा विधायक दल के सचेतक राजेन्द्र राठौड, पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश मेघवाल, सुभाष महरिया, प्रदेश महामंत्री कालीचरण सराफ, दुष्यंत सिंह, पूर्व मंत्री डॉ. दिगम्बर सिंह, जनार्दन सिंह गहलोत, सांवरलाल जाट, रोहिताश्व शर्मा, खेमाराम मेघवाल, विधायक अब्दुल सगीर, राजकुमार रिणवा, अशोक पींचा सहित कई नेता मौजूद थे।