अजमेर। नाट्यवृंद थियेटर एकेडमी, अजमेर फोरम व इण्डोर स्टेडियम के संयुक्त तत्वावधान में 8 से 22 जून तक संचालित 15 दिवसीय निःशुल्क ग्रीष्मकालीन ‘यूथ एक्टिंग वर्कशॉप (युवा अभिनय कार्यशाला)‘ के समापन के अवसर पर 22 जून, 2013 शनिवार को आयोजित ‘नाट्य उत्सव‘ में रंगकर्मी व वर्कशॉप निर्देशक उमेश चौरसिया द्वारा लिखित और निर्देशित दो नाटक ‘जिंदगी धुँआ ना हो जाये‘ तथा ‘बोल जमूरे‘ का प्रभावी प्रदर्शन किया गया।
ये दोनों नाटक एक्टिंग वर्कशॉप के अन्तर्गत नव प्रशिक्षित 22 युवा थियेटर कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये गये। 15 युवक व 7 युवतियां के साझे प्रयास से प्रस्तुत पहले नाटक ‘जिंदगी धुँआ ना हो जाये‘ में स्मैक और हैरोइन के नशे की लत से होने वाले दुष्परिणामों को मर्मस्पर्शी दृश्य व संवादों के साथ दिखाते हुए बच्चों और युवाओं को एकसक नशे से बचकर रहने का संदेश दिया गया। स्मैक की लत से तड़पती युवती के रूप में राशि शर्मा और अपने बेटे की लत से दुःखी रघु के रूप में त्रिनेत्र तिवारी के भावपूर्ण अभिनय ने दर्शकों को सर्वाधिक प्रभावित किया। सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में अंकित शांडिल्य, नरेन्द्र सोनी व रितिका गोयल ने अभिनय प्रतिभा का परिचय दिया। झुमरू व रज्जू के पा़त्र में हर्षुल व हर्ष राव ने नाटक को रोचक बनाया।
नुक्कड़ शैली के दूसरे नाटक ‘बोल जमूरे‘ में मदारी और जमूरे के मजेदार खेल के माध्यम से कहा गया कि अजमेर को सुन्दर और अनुशासित बनाने की जिम्मेदारी केवल प्रशासन की नहीं है, सभी नागरिकों की भी है। सड़क यातायात नियमों का पालन करने, अतिक्रमण नहीं करने व सार्वजनिक स्थानों को साफ-सुधरा रखने के प्रति नगर वासियों को जागरूक करने की दिशा में सस्वर गीतों से सजा यह नुक्कड़ नाटक अनूठा सार्थक प्रयास रहा। नाटक में जमूरे की भूमिका में हर्षुल ने सबका मनोरंजन किया।
अन्य भूमिकाओं में पल्लवी पांडे, मुग्धा पांडे, किरण इसरानी, पीयूष गंगहेड़ी, सुधीर सतरावला, नितिश रावत, अभि चौहान, यज्ञा शर्मा, पावनी पांडे, निर्मल सहवाल, वैभव जैन, दीपक सिंह राठौड़, विनीत रावत व अशोक कुमार ने प्रभावी अभिनय कर दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। डॉ. रमेश अग्रवाल व एस.पी.मित्तल के मार्गदर्शन में प्रस्तुत इन नाटकों में संगीत संयोजन हेमन्त शर्मा ने किया। कृष्णगोपाल पाराशर ने प्रस्तुति व्यवस्था की तथा मुकेश शर्मा व महीपाल का सहयोग रहा। संचालन पूनम पाण्डे ने किया।
मुख्य अतिथि नगर निगम के मेयर कमल बाकोलिया ने कहा कि युवाओं को नाट्य प्रशिक्षण के साथ शहर की समस्याओं से जोड़कर आमजन को जागरूक करने में इस वर्कशाप ने सार्थक कार्य किया है, उन्होंने कलाकारों को पारितोषिक दिये जाने की भी घोषणा की। विशिष्ट अतिथि डॉ.रमेश अग्रवाल द्वारा कलाकारों के लिए सुविधाजनक स्थान व समुचित सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता पर बल दिया इस पर आश्वस्त करते हुए मेयर ने कहा कि अजमेर की नाट्य प्रतिभाओं को एक उपयुक्त कला केन्द्र उपलब्ध कराने के लिए निगम यथाशीघ्र कार्यवाही करेगा ताकि कलाकारों को रिहर्सल व कला प्रदर्शन के लिए पर्याप्त स्थान मिल सके। विशिष्ट अतिथि धनराज चौधरी ने कहा कि इस नाट्य उत्सव से इण्डोर स्टेडियम भी प्रतिष्ठित हुआ है और जब भी आवश्यकता होगी कलाकारों को यहां सुविधाएं दी जाती रहेंगी। स्वागताध्यक्ष एस.पी. मित्तल ने आभार अभिव्यक्त किया।
-उमेश कुमार चौरसिया
निर्देशक व संयोजक
संपर्क-9829482601