गुरुवार को बीएसएफ द्वारा आत्मरक्षा में की गई गोलीबारी के कारण मारे गये सात कश्मीरी लोगों के विरोध में पूरा जम्मू और कश्मीर आज उबल पड़ा है। कश्मीर में मौजूद सूत्रों का कहना है कि जम्मू रीजन में मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर उपद्रव मचाया है तो कश्मीर घाटी भी पूरी तरह बंद और कर्फ्यू के आगोश में हैं। गुरूवार को जम्मू रीजन के रामबन जिले में बीएसएफ ने कथित तौर पर आत्मरक्षा में गोलीबारी करी थी जिसके कारण 7 लोगों की मौत हो गई थी। कश्मीर में बढ़ते उपद्रव को देखते हुए अमरनाथ यात्रा भी रोक दी गई है।
गुरूवार की घटना के बाद जहां प्रशासन ने शुक्रवार को घाटी सहित कई दूसरे संवेदनशील जिलों में कर्फ्यू लगाने का ऐलान कर दिया था वहीं अलगाववादियों की ओर से बंद का ऐलान भी किया गया था। अलगाववादियों में गिलानी गुट ने तीन दिन तो उमर फारुख गुट ने एक दिन का सांकेतिक बंद का ऐलान किया था। अलगाववादियों द्वारा बंद के ऐलान का आज पहला दिन है।
खबर आ रही है कि जम्मू रीजन के मुस्लिम बहुल इलाकों, भद्रवाह, बनिहाल, किश्तवाड़, गुल और डोडा इलाकों में मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने बंद रखा है और सड़कों पर निकलकर प्रदर्शन भी किया है। जगह जगह टायर जलाकर भारत विरोधी नारे लगाकर मुस्लिम प्रदर्शनकारी अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। जम्मू से उलट पूरी श्रीनगर घाटी में सख्त कर्फ्यू लागू है। जम्मू कश्मीर पुलिस का कहना है कि स्थिति तनावपूर्ण जरूर है लेकिन नियंत्रण में है।
इस बीच बीएसएफ ने उन आरोपों को बेबुनियाद बताया है कि उन्होंने कुरान का अपमान किया है। बीएसएफ की ओर से जम्मू फ्रंटियर के आईजी कृष्ण कुमार ने कहा है कि बीएसएफ जवान सिर्फ रूटीन चेकिंग कर रहे थे और इमाम पर शक होने की वजह से पूछताछ किया था। लेकिन जब मुस्लिम प्रदर्शनकारियों ने बीएसएफ जवानों पर जानलेवा हमला कर दिया तो आत्मरक्षा में उन्हें गोलियां चलानी पड़ीं। जम्मू रीजन के रामबन जिले में घटी इस घटना की केन्द्र और राज्य सरकार ने अलग अलग जांच के आदेश पहले ही दे दिये हैं। http://visfot.com