अजमेर। जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग के कार्य अब मशीन से भी हो सकेंगे। कामों में गति एवं ग्रामीणों से संवाद करने के लिए अब अधिकारियों को रात्रि चौपाल भी करनी होगी। जलग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग के निदेशक श्री एम एस काला ने बुधवार को अजमेर में आयोजित कार्यशाला में यह निर्देश दिए। विभाग के परियोजना प्रबंधक श्री शरद गेमावत ने बताया कि कार्यशाला में अजमेर जिले की 23 परियोजनाओं से संबधित सरपंच एवं अन्य परियोजना प्रतिनिधियों ने भाग लिया। निदेशक श्री काला ने निर्देश दिए है कि जहां भी परियोजना के कामों में मजदूर नहीं मिल रहे हैं वहां मशीनों से कार्य कराने की अनुमति प्रदान की जाए। अधिकारी रात्रि चौपाल करें ताकि परियोजना के कामकाज में गति आए। कार्यशाला में जलग्रहण की मासिक बैठकों में भत्ता दिए जाने तथा परियोजना की डीपीआर हिंदी में बनाने के भी आदेश जारी किए गए। कार्यशाला को जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सी आर मीना, उपनिदेशक जे डी मीणा, सहित अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया। निदेशक श्री काला ने सरपंच, सचिव एवं जलग्रहण विकास दल के सदस्यों की समस्याएं सुनकर उनका समाधान किया।