अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. में मृत कर्मचारियों के 18 आश्रितों को निगम के विभिन्न कार्यालयों में दो वर्ष की परिवीक्षाकाल पर प्रोबेषनर ट्रेनी के रूप में फिक्सड रेमुनरेषन पर नियुक्ति प्रदान की गयी है।
निगम के प्रबन्ध निदेषक श्री पी.एस.जाट ने बताया कि नियुक्त किये गये ट्रेनी में 4 कर्मी को कनिष्ठ लिपिक के पद पर, 3 को सहायक प्रथम के पद पर, 7 को सहायक द्वितीय के पद पर तथा 4 को चपरासी के पद पर नियुक्ति दी गयी है। उन्हांेने बताया कि कनिष्ठ लिपिक के पद पर श्री महेन्द्र सिंह सिहाग पुत्र श्री अर्जुन सिंह, श्री दिनेष कुमार पुत्र श्री शेरमल रांगेय एवं श्री वीर सिंह यादव पुत्र श्री ओमप्रकाष यादव को अधीक्षण अभियंता (पवस) झंुझुंनू के कार्यालय में नियुक्त किया गया हैं तथा कुमारी रिषा पुत्री श्री जयचन्द को अधीक्षण अभियंता (पवस) सीकर कार्यालय में नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार सहायक प्रथम के पद पर श्री धनष्याम ईनाणियां पुत्र श्री बलदेवराम ईनाणियां को अधीक्षण अभियंता (पवस) नागौर कार्यालय में, श्री रामकिषन पुत्र श्री लक्ष्मणराम को अधीक्षण अभियंता (पवस) झंुझुंनू में तथा श्री कन्हैया लाल प्रजापति पुत्र श्री रामलाल प्रजापति को अधीक्षण अभियंता (पवस) प्रतापगढ में लगाया गया है। सहायक द्वितीय के पद पर श्री कैलाष चन्द्र रेगर पुत्र श्री छोगालाल रेगर को अधीक्षण अभियंता (पवस) भीलवाडा कार्यालय में, श्री चैनसिंह राठौड पुत्र श्री किषोर सिंह राठौड कोे अधीक्षण अभियंता (पवस) नागौर में, श्री प्रभुलाल डोडियार पुत्र श्री खातु डोडियार को अधीक्षण अभियंता (पवस) बांसवाडा में, श्री प्रीतम सिंह पुत्र श्री मोहन सिंह शेखावत एवं श्री नरेन्द्र सिंह पुत्र श्री मोहनलाल को अधीक्षण अभियंता (पवस) सीकर में, श्री धमेन्द्र कुमार धायल पुत्र श्री ईष्वरराम को अधीक्षण अभियंता (पवस) झंुझुंनू में तथा श्री नाथूलाल रेबारी पुत्र श्री किषनलाल रेबारी को अधीक्षण अभियंता (पवस) राजसमन्द कार्यालय में लगाया गया है। इसी प्रकार चपरासी के पद पर श्रीमती छोटी देवी पत्नी श्री ललीत चौपडा को अधीक्षण अभियंता (पवस) भीलवाडा में, श्रीमती कलावती गुर्जर पत्नी श्री शंकरलाल गुर्जर एवं श्रीमती संतोष कुंवर पत्नी श्री शम्भु सिंह को अधीक्षण अभियंता (पवस) राजसमन्द में तथा श्रीमती केषर बाई गमेती पत्नी श्री नन्दलाल गमेती को अधीक्षण अभियंता (पवस) उदयपुर कार्यालय में नियुक्त किया गया है।
निगम के सचिव (प्रषासन) ने बताया कि कनिष्ठ लिपिक को रेमुनरेषन के रूप में प्रतिमाह 6100 रूपये, सहायक प्रथम को 5900 रूपये तथा सहायक द्वितीय/चपरासी को 5300 रूपये प्रतिमाह मिलेगें।
उदयपुर वृत: ग्रामीण विद्युत चौपालों में 471 समस्याओं का समाधान
अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबन्ध निदेषक श्री पी.एस.जाट के निर्देष पर आयोजित हो रही ग्रामीण विद्युत चौपालों के सार्थक परिणाम सामने आ रहे है। उदयपुर वृत में इन चौपालों में चालू वित्तीय वर्ष के जुलाई माह तक 471 समस्याओं का मौके पर ही समाधान होने से ग्रामीणों को राहत मिली हैं।
उदयपुर वृत के अधीक्षण अभियंता ने बताया कि उदयुपर वृत में जुलाई माह तक कुल 95 ग्रामीण विद्युत चौपालों का आयोजन किया गया है जिससे प्राप्त कुल 471 षिकायतों का शत प्रतिषत निपटारा कर दिया गया है। उन्हांेने बताया कि चौपालों के दौरान आलोच्च अवधि में ढ़ीले तारों से संबंधित 35 षिकायतंे, बिलों में सुधार संबंधी 231 षिकायतें, मीटर संबंधी 137 षिकायतें, विद्युत वितरण संबंधी 58 षिकायतंे तथा 10 अन्य षिकायतें प्राप्त हुई थी जिनका समाधान कर दिया गया हैं।
अधीक्षण अभियंता ने बताया कि आलोच्य अवधि में उदयपुर वृत के नगर खण्ड द्वितीय में कुल 8 चौपालों में 44 षिकायतों का समाधान किया गया है। जबकि जिला खण्ड प्रथम में 8 चौपालों में 41, भीण्डर (प.व.स.) में 10 चौपालों में 46, जिला खण्ड द्वितीय में 41 चौपालों में 146 तथा सलूम्बर (प.व.स.) में 28 चौपालों में 194 षिकायतों का समाधान किया गया है।
9 हजार 12 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी:ः 6 करोड़ 76 लाख रूपये की वसूली
अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत चालू वित्तीय वर्ष के जून माह तक 28 हजार 471 स्थानांे पर छापामार कार्यवाही की जाकर 9 हजार 12 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी गई है।
निगम के प्रबन्ध निदेषक श्री पी.एस.जाट ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए चालू वित्तीय वर्ष के दौरान जून माह तक की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में 994 प्रकरणों मे पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफ.आई.आर) दर्ज करायी जाकर 23 व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी गयी है वहां उपभोक्ताओं पर 16 करोड़ 82 लाख 13 हजार रूपये का जुर्माना किया गया है। जिनमें से 6 करोड़ 75 लाख 96 हजार रूपये मौके पर ही वसूली की गई है।
प्रबन्ध निदेषक ने बताया कि निगम क्षेत्र के जिलांे में बिजली चोरी की सर्वाधिक एफ.आई.आर. अजमेर शहर सर्किल मंे 181 दर्ज करायी गयी है। जबकि सीकर वृत में 175, उदयपुर में 119, चितौड़गढ़ में 112, झुंझुनू में 110, नागौर में 97, भीलवाड़ा में 77, राजसमन्द में 29, डूंगरपुर एवं बांसवाड़ा में 28-28, अजमेर जिला वृत में 26 तथा प्रतापगढ़ में 12 प्रकरण दर्ज कराऐ गए है।
उन्होने बताया कि बिजली चोरी के प्रकरणों में उपभोक्ताओं से वसूली गई जुर्माना राषि सर्वाधिक सीकर वृत में 95 लाख 82 हजार रूपये हुई जबकि नागौर वृत में 94 लाख 68 हजार रूपये, झुंझुनूं में 91 लाख 59 हजार रूपये, भीलवाड़ा में 76 लाख 71 हजार रूपये, उदयपुर में 67 लाख 57 हजार रूपये, अजमेर जिला वृत में 60 लाख 54 हजार, अजमेर शहर वृत में 51 लाख 84 हजार रूपये, राजसमन्द में 42 लाख 15 हजार रूपये, चितौड़गढ़ में 30 लाख 49 हजार रूपये, बांसवाड़ा में 24 लाख 92 हजार, डूंगरपुर में 23 लाख 41 हजार रूपये तथा प्रतापगढ़ में 16 लाख 24 हजार रूपये की जुर्माना राषि वसूली गई हैं।
प्रबंध निदेषक ने बताया कि बिजली चोरी प्रकरणों में सर्वाधिक गिरफ्तारी भीलवाडा में 9 व्यक्तियों की गई है जबकि उदयपुर में 6, अजमेर जिलावृत में 3, नागौर तथा झुंझुनूं में 2-2, एवं राजसमंद में एक व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई है।