-मनोज सारस्वत- अरांई। कस्बे में शनिवार सुबह सडक दुघर्टना में मोटरसाईकिल से गिरने से रामदेवरा जा रहे यात्रियों में से एक महिला की मौत हो गई। गौरतलब है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर एक भी चिकित्सक नहीं होने के कारण प्राथमिक उपचार नहीं मिलने से पीडिता को काल का ग्रास बनना पडा। ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपनी लापरवाही का ठिकरा एक दिन पूर्व डयूटी ज्वाईन किये गये वरिष्ठ चिकित्सा प्रभारी अधिकारी पर फोड रहे है। मामले को लेकर ग्रामीणों में ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ रोष व्याप्त है। चिकित्सकों की लापरवाही को लेकर ग्रामीणों ने कार्यरत ब्लॉक सीएमएचओं को हटाने की मांग को लेकर जिला प्रमुख सुशील कवंर पलाडा से गुहार लगाई है। जानकारी के अनुसार कैलाशी देवी पत्नि भंवर लाल बागरिया क ा निवास स्थल टोंक जिले के झराना मेवासिया गंाव बताया जा रहा है। इसके चलते सभी जत्थे में जाने वाले महिला व पुरूषों ने यात्रा को बीच में रोक शव को लेकर गांव लौटे। प्राप्त जानकारी के अनुसार टोंक जिले के झराना से रामदेवरा के लिए मोटरसाईकिल से यात्रा पर रवाना हुए करीब डेढ दर्जन महिला पुरूषों के जत्था जब अरंाई से कुछ दूरी पर पहुंचा तो इस बीच शनिवार सुबह साढे चार बजे सडक की खस्ता हालत से महिला मार्ग पर गिर गई। इससे महिला के सिर में गंभीर चोंट आयी । जत्थे के अन्य सदस्यों ने मिलकर महिला क ो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अरांई पहुंचाया। जहॉ जत्थे के सदस्यों ने कार्यरत कार्मिक नर्स सरोंज से चिकित्सकों को चटर से बुलाकर लाने को कहा। परन्तु मौके पर एक भी चिकित्सक नहीं मिला। नर्स ने ईलाज के लिए एम्बुलेन्स सेवा को काल किया। चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों की लापरवाही के चलते उचित ईलाज नहीं मिलने तथा अरंाई की १०८ एम्बुलेन्स सेवा बंन्द होनें से तिहारी की १०८ एम्बुलेन्स सेवा में किशनगढ रैफर किया गया। देरी होनें से पीडिता ने बीच रास्ते ही दम तोड दिया। किशनगढ ले जाते समय चौसला के समीप उसकी मृत्यु हो गई। रामदेवरा यात्रा पर जा रहे जत्थे के सभी लोगों में शोक की लहर छा गयी। एएसआई रामगोपाल चौधरी ने पीडिता का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द करवाया।
तिहारी से आयी १०८ भी हुई पिंचर :- अरांई क्षेत्र में राज्य सरकार द्वारा लगाई गई जीवन दायिनी 108 एम्बूलेंस सेवा कई दिनों से खराब होने से दुर्घटनाग्रस्त महिला को समय पर ईलाज नहीं मिल सका। तिहारी वाली एम्बुलेन्स के देरी से आने के बाद पिंचर होनें से पीडिता एम्बुलेन्स के इंतजार में तडपती रही। परिजनों ने बताया कि किशनगढ मार्ग पर एम्बुलेन्स में ही पीडिता ने दम तोड दिया।
सुविधाओं का टोटा :- अरांई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्वास्थ्य सेवाओं का टोटा होने से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है। उक्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में प्राथमिक उपचार की भी सम्पूर्ण व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यंहा कार्यरत अधिकारी मुख्यालय पर नहीं रूकते हुए मकान किराया भत्ता उठा रहे है। अरंाई क्षैत्र के मरीजों के साथ खिलवाड हो रहा है। चिकित्सकों द्वारा कई बार एम्बूलेंंस से ही रैफ र कर दिया जाता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र होते हुए भी प्राथमिक उपचार सही तरीके से मरीजों को नहीं मिल पा रहा है। जबकि मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी बीएस जौधा ने ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को प्र्याप्त चिकित्सक उपलब्ध नहीं होनें तक मरीजों को देखने के लिए पाबन्द किया था। शनिवार को घायल महिला की मौत पर टोंक जिले से आये जातरूओं सहित ग्रामीणों ने भी रोष जताया।
इनका कहना :– मुख्यालय पर कोंई भी चिकित्सक नहीं था जिनसे में मरीज का ईलाज करवाती। एम्बुलेन्स पर काल करके १०८ को मेरे द्वारा बुलाया गया था।
इस मामले में सीएचसी इन्चार्ज से बात करों। मेरे पास अखबारों को बताने के लिए समय नहीं है।
-बंशीलाल मण्डारा ब्लॉक सीएमएचआ