बीकानेर: राजस्थानी भाषा, साहित्य एवं संस्कृति अकादमी, बीकानेर की कार्यसमिति एवं सामान्य सभा की बैठक मंगलवार को अकादमी मुख्यालय में सम्पन्न हुई। अध्यक्ष श्याम महर्षि ने भत्तमाल जोशी महाविद्यालय पुरस्कार, राजकीय बांगड़ महाविद्यालय डीडवाना की नेहा कंवर चारण को इनके निबंध ‘‘नारी थारौ रूप पिछाण’’ पर रु. 11000/- का प्रथम पुरस्कार एवं आचार्य कालू कन्या महाविद्यालय लाड़नू की दुर्गा शर्मा को उनके निबंध ‘‘संस्कृति री सोरम’’ पर रु. 7100/- का द्वितीय पुरस्कार घोषित किया। बैठक में सर्वसम्मति से पाण्डुलिपि सहयोग के प्रकाशन की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर, 2013 के स्थान पर से 30 नवम्बर, 2013 तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया तथा मनुज देपावत विद्यालय पुरस्कार में पर्याप्त प्रविष्टियां नहीं आने के कारण इसकी भी आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवम्बर, 2013 तक रखी गई।
अकादमी सचिव विक्रमसिंह ने बताया कि बैठक में सर्वसहमति कार्यसमिति से तय किया गया कि अकादमी में प्रकाशन अधिकारी, कनिष्ठ लेखाकार, सहायक पुस्तकालय अध्यक्ष एवं कनिष्ठ लिपिक पदों की सर्जना हेतु राज्य सरकार को अकादमी द्वारा प्रस्ताव भेजा जाये।
अकादमी द्वारा प्रस्तावित विभिन्न कार्यक्रमों व समारोह के आयोजन संबंधी उपसमिति के सुझावों के अनुरूप विभिन्न संस्थाओं द्वारा प्राप्त प्रस्तावों पर विचार विमर्श के बाद इस सत्र में होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की योजना को अंतिम रूप दिया गया। बैठक में तय किया गया कि साहित्य अकादमी नई दिल्ली तथा राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर के अतिरिक्त अन्य सरकारी संस्थाओं के सहयोग से राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति पर केन्द्रीत कार्यक्रमों की योजना के लिए अकादमी पहल करेगी।
कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष श्याम महर्षि, उपाध्यक्ष नारायण सिंह ‘पीथल’ जयपुर, कोषाध्यक्ष बुलाकी शर्मा बीकानेर, डॉ. आईदान सिंह भाटी जोधपुर, डॉ. नीरज दइया बीकानेर, डॉ. शारदा कृष्ण सीकर, डॉ. गजादान चारण डीडवाना, डॉ. सत्यनारायण सोनी परलीका तथा अकादमी सचिव विक्रमसिंह चौहान उपस्थित थे, वही सामान्य सभा की बैठक में उक्त सदस्यों के साथ डॉ. भरत ओला नोहर, मीठेश निर्मोही जोधपुर, डॉ. सुरेश सालवी, विश्वविद्यालय सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय, उदयपुर तथा श्री सत्यदीप, राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर उपस्थित रहे। अकादमी अध्यक्ष श्याम महर्षि ने उपस्थित सभी सदस्यों का आभार प्रदर्शित किया।