

बांदरसिंदरी। समाज और उद्योगों में आए दिन हो रहे विभिन्न इंवेट्स में एंकरिंग की बढ़ती मांग को ध्यान में रखते हुए राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कल्चर व मीडिया स्टड़ीज़ विभाग द्वारा 3 से 10 अक्टूबर 2013 तक एक सप्ताह की ‘‘इंटेन्सिव वर्कशॉप ऑन एंकरिंग’’ का आयोजन किया गया है। इस वर्कशॉप का उद्देश्य विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों में छिपे एंकरिंग के हुनर को निकाल एंकरिंग के क्षेत्र में उनके कौशल को बढ़ावा देना है।
राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय की जनसम्पर्क अधिकारी व भूतपूर्व रेडियो जॉकी सुश्री अनुराधा मित्तल विशेषज्ञ के तौर परएंकरिंग वर्कशॉप संचालित कर रही हैं।
वर्कशॉप में सुश्री अनुराधा मित्तल द्वारा एंकरिंग के बारे में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को एंकरिंग के सुझावों व तकनीकों, वॉइस माड्यूलेशन, वॉइस इम्प्रूवमेन्ट, माइक्रोफोन के प्रकार, माइक्रोफोन का प्रयोग, सार्वजनिक स्थानों पर बोलने के डर को दूर करना, रेडियो, टीवी व मंच एंकरिंग की मूल बातों आदि का विस्तार से ज्ञान दिया जा रहा है।
वर्कशॉप में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्यार्थी भरपूर उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं।
वर्कशॉप के अन्त में विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र भी दिया जाएगा। साथ ही दूरदर्शन व रेडियो केन्द्रों की विज़िट करवाई जाएगी ताकि विद्यार्थी वहां की कार्यप्रणाली को समझ सकें और एंकरिंग की दुनिया में विश्वविद्यालय के साथ-साथ स्वयं का नाम रोशन कर सकें।
भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15 के अनुसार धर्म, जाति, सम्प्रदाय, लिंग या जन्म के आधार पर किए जाने वाले भेदभाव को मिटाने हेतु राजस्थान केन्द्रीय विश्वविद्यालय प्रतिबद्ध है। साथ ही लैंगिक समानता, यौन उत्पीड़न से सुरक्षा और सम्मान के साथ काम करने के अधिकार को प्रदान करने हेतु विश्वविद्यालय में एक समिति स्थापित की गई जिसका नाम है SPARSH (Sensitization, Prevention and Redressal of Sexual Harassment).
इसके तहत SPARSH की Apex Body (ABS) तथा विश्वविद्यालय की शिकायत निवारण समिति UCC (University Complaints Committee) शामिल है।
इस समिति की तीसरी वार्षिक बैठक 09 अक्टूबर 2013 को आयोजित की जाएगी। इस बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में राजस्थान राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष प्रो. लाडकुमारी जैन शिरकत करेंगी। वे इस मौके पर ‘‘जैंडर इक्विटी व जैंडर सैन्सिटाइज़ेशन’’ (Gender Equity and Gender Sensitization) पर विशेष वक्तव्य देंगी। राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर में महिला अध्ययन केन्द्र की निदेशक प्रो. क्षमा अग्रवाल विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित होंगी।
इस बैठक में लैंगिक क्षेत्र में संवेदनशीलता और यौन उत्पीड़न निवारण पर जागरूकता लाने हेतु परिसर में शिकायत निवारण समिति व एबीएस सदस्य अपने विचार रखेंगे। साथ ही जैंडर सैन्सिटाइज़ेशन पर आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
-अनुराधा मित्तल
जनसम्पर्क अधिकारी