मुलायम के गढ़ में जाकर ललकारेंगे मोदी

30_06_2013-30narendramनई दिल्ली। अब तक कांग्रेस पर ही हमलावर रहे भाजपा के प्रधानमंत्री उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के निशाने पर सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह भी होंगे। शुक्रवार को बहराइच की रैली में जहां इसका नमूना दिख सकता है, वहीं मुलायम के ‘घर’ में घुसकर भी ललकारने की रणनीति बन रही है। आगरा और लखनऊ के बाद इटावा या मैनपुरी से मुलायम की धर्मनिरपेक्षता और प्रशासन पर सवाल खड़े किए जाएंगे। मोदी के मिशन उत्तार प्रदेश के दूसरे चरण में मुलायम के गढ़ पर हमला होगा।

कानपुर और झांसी के बाद मोदी शुक्रवार को बहराइच पहुंच रहे हैं। पिछली दो रैलियों में मोदी के निशाने पर मुख्यत: कांग्रेस, सोनिया गांधी और राहुल गांधी रहे हैं। जबकि पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह समेत दूसरे नेता सपा और बसपा पर सवाल उठाते रहे हैं। माना जा रहा है कि बहराइच से मोदी मुलायम को भी सवालों के कठघरे में खड़ा करेंगे। गौरतलब है कि मुलायम के साथ-साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और महासचिव रामगोपाल यादव ने मोदी को आगाह किया था कि ‘उत्तार प्रदेश गुजरात नहीं है.राज्य में सपा की भारी बहुमत वाली सरकार है और वह मोदी की दाल नहीं गलने देगी।’ धर्मनिरपेक्षता का हवाला देते हुए भाजपा को अपनी सीमा की याद दिलाई गई थी। कुछ ही दिन पहले मुलायम ने पूर्वी उत्तार प्रदेश के आजमगढ़ में रैली की थी, तो गुरुवार को वह मैनपुरी में थे। बहराइच पूर्वी उत्तार प्रदेश का हिस्सा है। पूर्वाचल में लगभग तीन दर्जन संसदीय क्षेत्र हैं और भाजपा के खाते में फिलहाल सिर्फ चार सीटें हैं।

इसी माह की 21 तारीख को मोदी आगरा में होंगे। बताते हैं कि उसके बाद संभवत: 25 दिसंबर को वह लखनऊ में रैली को संबोधित करेंगे और उसके बाद इटावा, मैनपुरी या आसपास के क्षेत्र में उनकी बड़ी रैली होगी। ध्यान रहे कि पटना से मोदी ने यदुवंशियों के लिए द्वारकाधीश का आशीर्वाद लेकर आने की बात कही थी। मुलायम के मैनपुरी से ही संबंध रखने वाले उत्तार प्रदेश के पूर्व मंत्री अशोक यादव का मानना है कि इसका असर पूरे देश पर पड़ेगा। वहीं भाजपा सपा सरकार के दो साल के शासनकाल में हुए लगभग तीन दर्जन दंगों पर सवाल पूछती रही है। मोदी ऐसे सभी सवालों के साथ-साथ केंद्र की कांग्रेस सरकार के ‘गुनाहों’ में भी सपा और मुलायम को शामिल साबित करने की कोशिश करेंगे।

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