चुनाव का शंखनाद होते ही सभी समाज मांगने लगे टिकट

gurjar samajअजमेर। चुनाव का शंखनाद होते ही सभी समाज अपने जातिगत आधार पर टिकट की मांग कर रहे है। राजपूत रैगर और वैश्य समाज के बाद अब जिले के गुर्जर समाज ने भी अपने हककी आवाज बुलंद की है। गुर्जर समाज ने मसूदा से टिकट कि मांग कि है।
जिले के गुर्जर समाज का कहना है कि मसूदा विधानसभा क्षेत्र गुर्जर बाहुल्य होने के बाद भी आजादी के बाद से अभी तक यहा से किसी गुर्जर को उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। गुर्जर समाज कि और से आयोजित प्रेस वार्ता में समाज ने चेतावनी दी कि यदि उन्हें उनका हक नही मिला तो आगामी 10 तारीख को समाज एक बैठक कर निर्णायक घोषणा करेगा।

vaishya samajराजस्थान विधानसभा चुनाव में अब जातिगत राजनीति परवान चढने लगी है। अजमेर में राजपूत और रैगर समाज के बाद शुक्रवार को वैश्य समाज ने भी भाजपा और कांग्रेस पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए टिकटों की मांग की। वैश्य समाज ने टिकट नहीं मिलने कि दशा में नये राजनेतिक समीकरण खडे करने का भी दावा किया है। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन ने दावा किया कि चाहे भाजपा हो या कांग्रेस दोनों ही दल उनके दिए चंदे पर चलते है। बावजूद इस के इस बार जब भाजपा ने अजमेर कि 8 विधानसभा में से 7 में टिकटों की घोषणा की तो उनमे से एक भी टिकट वैश्य नेता को नहीं दिया। महासम्मेलन ने चेतावनी दी है की यदि भाजपा ने मसूदा से और कांग्रेस ने पुष्कर या अजमेर उत्तर से किसी वैश्य नेता को टिकट नहीं दिया तो या तो समाज राइट टू रिजेक्ट का उपयोग करेगा और या फिर अन्य उपेक्षित समाजो के साथ सयुंक्त मोर्चा बना कर उम्मीदवार उतारेगा। इस से पूर्व राजपूत और रैगर समाज भी अजमेर में कांग्रेस और भाजपा पर उपेक्षा का आरोप लगा कर निर्दलीय उम्मीदवार उतारने की घोषणा कर चुका है। राजपूत और वैश्य समाज ने 10 नवंबर को इस संबंध में अंतिम निर्णय की घोषणा की है।

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