
अजमेर। जिला कलक्टर श्री वैभव गालरिया ने कहा कि बैंकर्स को जमा-ऋण अनुपात (सीडी रेशो)में वृद्घि करने पर ध्यान देना आवश्यक है। जिससे विकास दर में और बढ़त हो सके। गालरिया आज सुबह कलेक्टे्रट सभागार में जिला स्तरीय समीक्षा समिति एवं जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में बैंकर्स को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अजमेर, किशनगढ, सावर, ब्यावर एवं केकडी में औद्योगिक क्षेत्र होने के बावजूद जिले में कई बैंकों का जमा-ऋण अनुपात 10 प्रतिशत से भी कम है जो काफी निराशाजनक है। उन्होंने उम्मीद जताई की अगली तिमाही में बैंकर्स कम से कम आदर्श जमा ऋण अनुपात के 60 प्रतिशत लक्ष्य को अवश्य प्राप्त कर लेंगे।
इससे पूर्व बैठक में अग्रणी बैंक जिला प्रबंधक श्री एल के सिंघल ने बताया कि नवंबर माह में कुल जमा-ऋण अनुपात 47.66 प्रतिशत एवं सितंबर माह में 52.06 प्रतिशत रहा है। साथ ही उन्होंने विभिन्न सरकार द्वारा प्रायोजित विभिन्न कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा रिपोर्ट भी प्रस्तुत की। इस अवसर पर बैंक ऋणों की वसूली की प्रगति की समीक्षा, फसल बीमा की प्रगति की समीक्षा के साथ सरकार द्वारा प्रायोजित कार्यक्रमों की सितंबर माह तक की प्रगति की समीक्षा भी की गई।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद श्री सी.आर.मीना, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग श्रीमती विजलक्ष्मी गौड़, सहायक महाप्रबंधक नाबार्ड श्री सुधीर शर्मा, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के लीड बैंक अधिकारी श्री पी आर जाट, सहायक महाप्रबंधक बैंक ऑफ बड़ौदा श्री के.सी अग्रवाल समेत जिले के विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि मौजूद थे।