वैषाली नगर स्थित GBI संस्थान पर स्वामी विवेकानन्द के 151 वाॅ जन्मोत्सव पर ‘‘युवा शक्ति के प्ररेणास्त्रोत स्वामी विवेकानन्द’’ पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री हनुमान सिंह जी राठौड़ ने व्याख्यान दिया। जिसमचें उन्होंने बताया कि स्वामी जी का आदर्ष- ‘‘ उठो जागो और तब तक न रूको जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाए’’ अनेक युवाओं के लिये प्ररेणा स्त्रोत हैं। सही दिषा में आगे बढने के लिए: जब आप सुबह घर से निकलते है तो आपको पता होता है कि आपको कहां जाना है और आप वहां पहुचते हैं, सोचिये अगर आपको यह नहीं पता हो कि आप को कहां जाना है तो भला आप क्या करेंगें ? इधर उधर भटकने में ही समय व्यर्थ हो जायेगा। इसी तरह इस जीवन में भी यदि आपने अपने लिए लक्ष्य नहीं बनायें है तो आपकी जिन्दगी तो चलती रहेगी पर जब आप बाद में पीछे मुड कर देखेंगे तो शायद आपको पछतावा हो कि आपने कुछ खास उपलब्धी नहीं किया। लक्ष्य व्यक्ति को एक सही दिषा देता हैं। उसे बताता है कि कौन सा काम उसके लिए जरूरी है और कोन सा नही, यदि उपलब्धी प्राप्त करनी है तो उसके मुताबिक अपने आप को तैयार करते हैं। दिमाग में लक्ष्य साफ हो तो उसे पाने के रास्ते भी साफ नजर आने लगते है और इन्ंसान उसी दिषा में अपने कदम बढा देता हैं। कार्यक्रम में संदीप भार्गव, डाॅ. अरविन्द शर्मा, अजीत चैधरी, सुखदेव गुर्जर, हेमन्त नायक फौजी, किषोर बुआ इत्यादि मौजूद थें।
