
मदनगंज-किशनगढ। अतिरिक्त श्रम आयुक्त अजमेर द्वारा साईजिंग श्रमिकों द्वारा की जा रही हड़ताल को खतम करवाने का प्रयास मंगलवार को एक बार फिर विफल हो गया। साईजिंग मालिकों व श्रमिक दोनो के ही अपनी बात पर अडे रहने से समझौैते के लिए कराई गई बैठक बिना किसी निष्कर्ष के समाप्त हो गई। साईजिंग मालिकों की ओर से 15 दिन का समय मांगने पर अतिरिक्त श्रम आयुक्त ने 27 जनवरी को पुन: बैठक आहूत की है जिससे शीघ्र हडताल को समाप्त कर साइजिंग व पावरलूम उद्योग पर आ रहे अवरोध को दूर किया जा सके। गौरतलब है कि पिछले 8 दिनो से साईजिंग श्रमिकों ने वेतन मे बढोत्तरी को लेकर अनिश्चितकालीन हडताल कर रखी है और बिना सम्मानजनक समर्झाैते के हड़ताल खत्म नहीं करने की बात पर अड़े हुए है वहीं साईजिंग मालिक हड़ताल को गलत ठहरा रहे है। दोनो ही पक्षो के अपनी अपनी बात पर अड़ जाने से साईजिंग श्रमिकों की हड़ताल शीघ्र खतम होने के आसार नजर नहीं आ रहे है। वार्ता में साईजिंग एसोसिएशन के बीएस तांबी, महेश राठी, प्रिसं बोहरा, लालपुरिया, दीपक अग्रवाल व साईजिंग श्रमिकों में से लाडू सिंह, गोपाल सिंह, शंकर सिंह, मोहम्मद युसूफ आदि मौजूद थे।
तीन बार आहूत की बैठक -अतिरिक्त श्रम आयुक्त ने साईजिंग श्रमिकों व मालिकों के मध्य सुलहनामा करवाने हेतु तीन बार बैठक आहूत कर वार्ता का प्रयास कर चुके है परंतु सभी वार्ताऐं बिना किसी निष्कर्ष के ही खतम हो गई। मंगलवार को साईजिंग मालिको द्वारा 15 दिन का समय मांगने पर अतिरिक्त श्रम आयुक्त ने 26 जनवरी तक का समय दिया है। 27 जनवरी को दोपहर 3 बजे पुन: बैठक का आयोजन किया गया है।
पावरलूम उद्योग होगा प्रभावित –साइजिंग मशीने बंद रहने से इसका सीधा असर पावरलूमों पर पडेगा जिनके कच्चे माल की आपूर्ति साइजिंग में बनने वाले धागे से की जाती है। साईजिंग श्रमिको की लंबी खिंचती हड़ताल को देखते हुए पावरलूम उद्योग पर भी खतरे के बादल मंडराना चालू हो गए है।
वेतन वृद्धि की मांग -श्रमिकों द्वारा की जा रही हड़ताल का मुख्य कारण वेतन में वृद्धि की मांग है। श्रमिकों का कहना है बढती महंगाई के कारण पुरानी रेट से कार्य करने मे परेशानी उठानी पड़ रही है, जिस कारण साईजिंग एसोसिएशन से वेतन वृद्धि की मांग की जा रही है।
वर्तमान रेट (8 घंटे) वेतन वृद्धि मांग (8 घ्रंटे)
साईजर – 190 रू. साईजर – 275 रू.
वाइपर – 114 रू. वाइपर – 175 रू.
हेल्पर – 105 रू. हेल्पर – 170 रू.
बेलदार – 160 रू. बेलदार – 225 रू.
फोरमेन – 170 रू. फ ोरमेन – 250 रू.
सफाई अभियान की खुली पोल

मदनगंज-किशनगढ। सोमवार रात्रि को हुई बेमोसम बरसात ने परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। शहर में जगह जगह पानी भर गया है वहीं नालियों में कचरा भरा होने से शहरवासियो को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार की तरफ से चलाई जा रही सफाई कार्यक्रम भी मात्र खानापूर्ति करता ही नजर आ रहा है। वार्डो में सफाई अभियान चलाकर सफाई का दावा करने वाली परिषद की इस बारिश ने पोल खोल कर रख दी है। शहर के अधिकांश वार्डो मे परिषद द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यो के चलते निर्माण सामग्री पड़ी है जिसमें पानी भर जाने से सड़को की हालत और ज्यादा खस्ता हो गई है। ऐसा ही नजारा मित्र निवास स्थित राम भवन की गली में देखने को मिला जहां पर नाले मे जमा कचरा व थैलियां पानी के साथ बहकर घरो के सामने स्थित सड़क पर जमा हो गई जिससे क्षेत्रवासियों को दुविधा का सामना करना पड़ा ।

केबल खोदने वाले करते है लापरवाही -एक निजी कंपनी द्वारा पूरे शहर में सड़को को खोदकर केबल डालने का कार्य किया जा रहा है परंतु निजी कंपनी के ठेकेदारों द्वारा खोदी गई सड़क को ढंग से समतल नहीं करने का खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ रहा है। मुख्य मार्ग स्थित सहारा क्यू शॉप के बाहर निजी कंपनी के ठेकेदार ने खुदाई कर केबल तो डाल दी लेकिन उसे ढंग से ठीक नहीं किया। लापरवाही से किए कार्य के कारण गड्डे को भरने हेतु डाली गई मिट्टी बारिश का पानी गिरते ही नीचे बैठक गई और सड़क पर बड़ा सा गड्डा हो गया।

मावठ से खिले चेहरे – लंबे इंतजार के बाद बीती रात व मंगलवार को हुए मावठ से किसानों के चेहरे खिल गए। रबी की फसल के लिए यह मावठ पैदावार में बढ़ोत्तरी के साथ्र साथ फसलों पर शीतलहर से होने वाले नुकसान को भी कम करने में सहायक होगी।
-राजकुमार शर्मा