-मनोज सारस्वत- अरांई। समीपवर्ती ग्राम गागुन्दा में शुक्रवार को अज्ञात कारणों से आग लगने से करीब ६० ट्राली चारा जलकर राख हो गया। इससे ग्रामीणों के लाखों रूपये का नुकसान हुआ है। आग की सूचना ग्रामीणों को लगते ही क्षेत्रीय विधायक भागीरथ चौधरी को जानकारी दी गई। इस पर चौधरी ने कार्यवाही करते हुए गागुन्दा में अग्रिशमन यंत्रों को तुरन्त पहुंचने के निर्देश दिये। पूर्व उपप्रधान राधामोहन धायल ने जानकारी देते हुये बताया कि अज्ञात कारणों से गागुन्दा में दोपहर ३ बजे अचानक आग लग गई। इससे कज्जा पुत्र हरलाल जाट के करीब ४० ट्राली, श्रवण पुत्र सूण्डा जाट के ८ ट्राली, छोटू पुत्र माधू बैरवॉ के ७ ट्राली चारे सहित खाखला जलकर राख हो गया। करीब दो घंटे से अधिक लगी आग पर ग्रामीणों व अग्रिशमन की मदद से काबू पाया गया। इस दौरान ग्रामीणों द्वारा भी पानी के टैंकर कुओं से भरकर आग बुझाने की पूरी मशक्कत की गई। मौके पर क्षेत्रीय विधायक भागीरथ चौधरी ने पहुंचकर आग से नुकसान हुये ग्रामीणों को सांत्वना दी। वहीं ग्रामीणों ने नुकसान का मुआवजा दिलाने की चौधरी से मांग की। इसी प्रकार अरांई के सिरोंज मार्ग पर चारे में आग लगने से नुकसान हो गया। गागुन्दा के ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व में गांव में आग लगने से काफी नुकसान हो चुका है।
उजागर है प्रशासन की उदासीनता :- अरांई तहसील मुख्यालय सहित आस पास के गांवों के ग्रामीणों द्वारा पिछले तीन सालों से जनप्रतिनिधियों व विधायकों के समक्ष मुख्यालय पर दमकल की व्यवस्था करवाने की मांग दरकिनार है। इस ओर न विभाग ध्यान दे रहा है ओर ना ही राज्य सरकार के प्रतिनिधि। ज्ञात व अज्ञात कारणों से ग्रामीणों के बाडों में आग लगने सेे लाखों रूपये का नुकसान सालाना हो रहा है। एवज में ग्रामीणों को समय पर नुकसान का मुआवजा मिलना दूर समय पर आग बुझाने के नाम पर दमकल के नाम पर स्थापित सरकारी तंत्र भी नसीब नहीं हो पा रहा है। प्रशासन गांवों के संग शिविर हो या जिला कलेक्टर की जनसुनवाई आदि में ग्रामीणों की मांग बार बार रखने के बावजूद प्रशासन द्वारा कार्यवाही नहीं होनें से ग्रामीणों में रोष व्याप्त है।
मुख्यालय पर हो अग्रिशमन व्यवस्था :– सील निवासी प्रभुलाल तालोड ने बताया कि विभागीय अधिकारियों को कम से कम गर्मी के मौसम में एक माह तक अरंाई मुख्यालय पर र्अिग्रशमन यंत्र की वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए। आग लगने की स्थिति में किशनगढ से अरांई की करीब तीस किलोमीटर दूरी से अग्रिशमन यंत्र के आने तक किसानों को काफी नुकसान हो जाता है। स्थिति के अनुरूप अरांई के आस पास के गांवों में अग्रिशमन यंत्र पहुंचने में भी समय अधिक लग जाता है।
इनका कहना :-
ग्रामीणों की मांग जायज है, मुख्यालय पर अग्रिशमन की वैकल्पिक व्यवस्था करने के प्रयास जारी है। जल्द ही व्यवस्था करायी जायेगी।
-भागीरथ चौधरी, क्षेत्रीय विधायक।
मामले से जिला स्तर के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। जल्द ही आग लगने की समस्या आने पर पुख्ता इंतजामात के साथ अग्रिशमन यंत्र की व्यवस्था करायी जायेगी।
-पारसी देवी जाट, प्रधान, पंचायत समिति अरांई