कथा साहित्य में अजमेर का गौरव चन्द्रधर शर्मा ‘गुलेरी’

kala ankurयह अजमेर के लिए गौरव की बात है कि चन्द्रधर शर्मा गुलेरी बीसवीं सदी के प्रारम्भ में अजमेर के प्रतिष्ठित विद्यालय में अध्यापन कर रहे थे । उनकी कहानी ‘उसने कहा था‘ विष्व की श्रेष्ठतम कहानियों में मानी जाती हैं ।
मुंशी प्रेमचन्द निष्चित रूप से हिन्दी के श्रेष्ठतम जनप्रिय लेखक हैं, ये दोनो महान लेखक जुलाई मास मे ही अवतरित हुए, जुलाई मास के प्रारम्भ 7 जुलाई को चन्द्रधर शर्मा गुलेरी का जन्मदिन है तथा जुलाई मास के अन्त में 31 जुलाई को मुंषी प्रेमचन्द का जन्मदिन है और ये दोनो हिन्दी कथा साहित्य के दो महान स्तम्भ हैं ।
इस अवसर पर कला अंकुर के साहित्य प्रकोष्ठ विमर्ष द्वारा 7 जुलाई को कहानी दिवस के आयोजन की योजना है । विमर्ष के संचालक श्री श्याम नारायण माथुर के अनुसार कहानी दिवस पर अजमेर के लेखकों के लिए एक कहानी प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी और श्रेष्ठ कहानियों को पुरस्कृत कर लेखक द्वारा श्रोताओं के सम्मुख प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाएगा और चयनित कहानियों को प्रकाषित करने की भी योजना है । इस प्रतियोगिता में नगर से हिन्दी के सभी नवोदित लेखक भाग ले सकते हैं । कहानी भेजने की अंतिम तिथि 16 जून 2014 है ।
कला अंकुर के अध्यक्ष श्री आनन्द गार्गिया ने बताया कि पिछले सात वर्षों से कला अंकुर सात जुलाई को कहानी दिवस तथा कहानी प्रतियोगिता आयोजित करता आ रहा है ।
विनीता चौहान
महासचिव

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