अपना खेत अपना काम योजना में ग्रामीण उगा सकेंगे अजोला

महानरेगा योजना की समीक्षा करते जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा
महानरेगा योजना की समीक्षा करते जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा

अजमेर। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत ग्रामीण जनता को अधिक से अधिक फायदा देने हेतु जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कृषि विभाग, होर्टिकल्चर विभाग एवं वन विभाग को नरेगा योजना के साथ समन्वय स्थापित कर ग्रामीण क्षेत्र के एससी एसटी एवं बीपीएल परिवारो को प्राथमिकता के आधार पर पशु पालन हेतु बाड़ा निर्माण कराने सहित अपना खेत अपना काम योजना के अन्तर्गत अजोला उत्पादन को नरेगा योजना में स्वीकृत कराकर पशुपालको के लिए व्यक्तिगत लाभ योजना में राहत देने के निर्देश दिये है।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री एल.आर. गुगरवाल ने बताया की मंगलवार को आयोजित महानरेगा समीक्षा बैठक में जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने महानरेगा योजना में पशुधन संबंधि कार्य जैसे की मुर्गी पालन शेल्टर, बकरी शेल्टर, पक्का फर्स निर्माण, यूरिन टेंक, पशुओं के लिए चारे की गाद का निर्माण भी करवाया जा सकेगा एवं पशु आहार पूरक के रूप में अजोला की पैदावार कर पशुओं के दुग्ध उत्पादन में वृद्धि कर सकेगे। जिला परिषद सीईओ श्री गुगरवाल ने बताया की महानरेगा योजना के तहत् करवाये जाने वाले व्यक्तिगत लाभ के निजी खेतो में फार्म पोण्ड निर्माण, कृषि भूमि में टांका निर्माण, निजी खेतो में पानी की डिग्गी निर्माण, कृषि भूमि में खडीन निर्माण, निजी बारानी खेतो में बंडीग निर्माण, निजी खेतो में पक्की सहायक सिंचाई नालियो का निर्माण, निजी खेतों में सुखे पत्थर के चेक डेम निर्माण निजि खेतों मे स्टोनवाल फेन्सिग निर्माण, थोर फेन्सिग कार्य बंजर भूमि में चारा उत्पादन एवं वृक्षारोपण कार्य, भूमि में मेड के चारांे और वृक्षारोपण कार्य, उद्यानिकी फसल विकास एवं फलदार कार्य, निजी बंजर भूमि में चारा एत्पादन एवं रतनजोत वृक्षारोपण कार्य, करवाये जा सकेगे। बैठक में श्री देथा ने पशुपालन विभाग, कृषि विभाग एवं वन विभाग के अधिकारियों को नरेगा योजना के साथ समन्वय स्थापित कर कार्य करने हेतु दिशा-निर्देश दिये है। बैठक में मुख्य लेखाधिकारी अश्विनी कुमार खिड़िया, अधीक्षण अभियंता शरद गेमावत, लेखाधिकारी रमेश बोहरा, सहायक अभियंता कौशल किशोर सामरिया सहित कृषि विभाग, होर्टीकल्चर विभाग के अधिकारीयों ने भाग लिया।

क्या है अजोला:- अजोला दुधारू पशुओ के लिए सर्वोत्तम एवं उचित आहार है बल्कि पशु पालन से संबंधित दूसरे आयामो जैसे बकरी पालन, भेड पालन, मुर्गी पालन, खरगोश पालन एवं मछली पालन के लिए भी सर्वोत्तम पोष्टिक आहार है। अजोला जल स्तह पर मुक्त रूप से तैरने वाली जलीय फर्न है, यह छोटे-छोटे समूह में सघन हरित गुच्छ की तरह तैरती है। इसको खेतो में छोटी-छोटी क्यारिया बनाकर उगायी जा सकती है। यह प्रोटिन आवश्यक एमिनो एसिड विटामिन ए, विटामिन बी12 तथा बिटाकैरोटिन सहित कैल्शियम, फासफौरस, पोटेशियम, फैरस, कॉपर एवं मैग्निसियम से भरपुर है। इसमे उच्च गुणवत्ता युक्त प्रोटिन हाने से मवेशी इसे आसानी से पचा लेते है। यह पशुओं के लिए सर्वोत्तम आहार के साथ-साथ भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ाने के लिए हरी खाद के रूप में भी उपयुक्त है।

विकास जादम
जिला समन्वयक आईईसी महानरेगा
जिला परिषद अजमेर
मो.न. 9829357770, 9530300419

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