वर्षा से पूर्व एस्केप चैनल व नालों की पूर्ण सफाई आवश्यक

पानी, बिजली, मौसमी बीमारियों,पेयजल व अकाल राहत कार्यो संबंधी साप्ताहिक बैठक आयोजित

भवानी सिंह देथा
भवानी सिंह देथा

अजमेर। जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि वर्षा से पूर्व एस्केप चैनल व नालों से मलबा व गंदगी हटाकर सफाई करना आवश्यक है। जिससे वर्षा के दौरान किसी प्रकार की समस्या से आमजन को जूझना ना पडे।
श्री देथा आज जिला कलेक्टे्रट सभागार में पानी, बिजली, मौसमी बीमारियों, पेयजल एवं अकाल राहत कार्योें संबंधी साप्ताहिक बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने स्वास्थ्य विभाग, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, आयुर्वेद विभाग समेत विभिन्न विभागों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की एवं जिले में सम्पर्क समाधान अभियान हेतु नियुक्त सेक्टर अधिकारियों से क्षेत्रवार जनसमस्याओं के संबंध मेें जानकारी ली।
श्री देथा ने कहा कि वर्षा से पूर्व सभी नालों की सफाई की जानी आवश्यक है, जिससे किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न ना हो। उन्होंने नगर-निगम व अजमेर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से नालों की सफाई के बारे में विस्तृत जानकारी लेते हुए दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने एस्केप चैनल में गंदगी, पाल बीछला नाले में कचरे की शिकायत के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली एवं कहा कि एस्केप चैनल में सफाई के कार्य को गति देने की आवश्यकता है। नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सी आर मीना ने बताया कि निगम द्वारा एस्केप चैनल में गंदगी, पॉलिथीन हटाने का अधिकतर कार्य कर लिया गया है, जिन क्षेत्रों में गंदगी की शिकायतें प्राप्त हुई है वहां भी सफाई कर समस्याओं का निस्तारण किया जाएगा।
श्री देथा ने माली मोहल्ला, शिव कॉलोनी में विद्युत तारों के लटकने, वार्ड 48 व 50 में पेयजल आपूर्ति में बाधा, रेलवे स्टेशन के पास गांधी पार्क की सफाई, जनाना अस्पताल में रेनबसेरे व सुलभ काम्पलेक्स का निर्माण समेत विभिन्न जनसमस्याओं के बारे में अधिकारियों से चर्चा कर उन्हें निर्देश प्रदान किए। साथ ही विभिन्न विभागों के कार्यो के प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में पानी के नमूने लेकर जांच की जा रही है। गत सप्ताह 75 अवैध कनेक्शन काटे गए है व बूस्टर लगाने वालों पर कार्यवाही की गई है। जिले में 603 हेडपंप की मरम्मत भी की गई है।
श्री देथा ने संभागीय संयुक्त श्रम आयुक्त श्री पतंजलि भू से निर्माण श्रमिकों के पंजीयन के बारे में जानकारी लेते हुए कहा कि सरकार द्वारा निर्माण श्रमिकों के पंजीयन कर पहचान कार्ड बनाए जा रहे है। इस योजना के तहत जिले के सभी निर्माण श्रमिकों को पंजीकृत करवाने हेतु उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने सार्वनिक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग व जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे विभाग की विभिन्न योजनाओं में कार्यरत निर्माण श्रमिकों की जानकारी संभागीय श्रम आयुक्त विभाग को उपलब्ध करावें साथ ही श्रमिकों को जागरूक भी करे। संभागीय संयुक्त श्रम आयुक्त श्री पतंजलि भू ने बताया कि जिले में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की संख्या काफी कम है, जिसमें वृद्घि की आवश्यकता है। जिससे कोई भी निर्माण श्रमिक वंचित ना रहे। पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की कार्य के दौरान मृत्यु होने पर परिवार को 5 लाख रूपए की सहायता, बच्चों की शिक्षा, विवाह समेत विभिन्न लाभ प्राप्त हो सकेंगे।
श्री देथा ने कृषि, पशुपालन, आयुर्वेद, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत की गई प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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