तीन साल में सरपंचों ने नहीं बनाई जल कमेटी
जलदाय विभाग कर सकता है सरपंचों के खिलाफ कार्यवाही
गांवों में अवैध कनेक्शनों की भरमार
-मनोज सारस्वत- अरांई। जिले में अरांई पंचायत समिति जल वितरण व्यवस्थाओं में फैल रही अव्यवस्थाओं में सबसे पिछडी साबित हो रही है। नतीजा यह है कि राज्य सरकार के तीन वर्ष पूर्व जिला परिषद के सीईईओं को दिये गये आदेशों के बावजूद अरांई पंचायत समिति की एक भी ग्राम पंचायत ने वीडब्ल्यूएसएससी कमेटी नहीं बनाई। मामले को गम्भीर लेते हुये जलदाय विभाग के अधिकारियों ने ग्राम पंचायतों के खिलाफ जल प्रदूषण अधिनियम के तहत् कार्यवाही करने की ठान ली है। जलदाय विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार जिले की अन्य पंचायतों ने वीडब्ल्यूएसएससी कमेटी का गठन कर जल वितरण में व्यवस्थायें बना रही है।
ये है मामला :- विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पंचायत समिति अरंाई के ५३ गांवों में टंकी में पानी डालकर 72 घंटे के अन्तराल में जल वितरण किया जा रहा है। ग्रामवासियों द्वारा दो तीन वर्षो में मैन लाईन व वितरण लाईन पर ११०० से अधिक अवैध कनेक्शन करने से जल वितरण में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड रहा है। मामले को लेकर विभागीय उच्च अधिकारियों द्वारा निरीक्षण के दौरान पाया गया कि ग्राम पंचायतो को पंचायती राज विभाग द्वारा लगभग तीन वर्ष पूर्व दिये गये आदेशों के अनुसार ग्रामीण जल वितरण एवं स्वच्छता समिति (वीडब्ल्यूएसएससी) जल कमेटी बनाई जाना प्रस्तावित है। लेकिन ग्राम पंचायतों द्वारा कमेटी नहीं बनाकर जलदाय विभाग का सहयोग नहीं किया जा रहा है। साथ ही जल कमेटी द्वारा दी जाने वाली शक्तियों का सरंपचों द्वारा उपयोग नहीं किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि प्रत्येक गांव में सार्वजनिक नल (पीएसपी) व सार्वजनिक खेलिया (सीडब्ल्यूटी) पिछले पांच वर्ष पूर्व बनाई गई थी। जिसकों ग्रामवासियों द्वारा बंद कर अवैध कनेक्शन कर लिया गया। जिससे अन्य ग्रामीणों को विभाग द्वारा प्र्याप्त जल वितरण के बाद भी पानी की किल्लत का सामना करना पड रहा है।
रातों रात हुये पन्द्रह अवैध कनेक्शन :- समीपवर्ती ग्राम सान्दोलिया में शनिवार रात को जलदाय विभाग की मैन लाईन को तोडकर ग्रामीणों ने पन्द्रह से अधिक अवैध कनेक् शन कर लिये। मामले को लेकर अन्य ग्रामीणों में प्र्याप्त जल गांव में नहीं पहुंचने से रोष व्याप्त है। सान्दोलिया के ग्रामीणों ने बताया कि अवैध कनेक् शन कर कई ग्रामीण अपने खेतों को पानी पिलाने में लगे है तो एक ओर ग्रामीणों को पीने का पानी भी नसीब नहीं हो पा रहा है। रविवार को विभागीय अधिकारियों द्वारा प्र्याप्त पानी देने के बाद भी टंकी में पानी नहीं पहुंच पाया। ग्रामीणों ने रोष जताते हुये विभागीय अधिकारियों को अवैध कनेक् शन कर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही नही करने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
इनका कहना :– सरपंचों द्वारा जल कमेटी नहीं बनाने क ो लेकर जिला प्रमुख सहित सीईईओं व पंचायत समिति स्तर से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। विभाग द्वारा तीन माह पूर्व सभी संरपचों को पत्र लिखकर कमेटिया बनाने के निर्देश दिये गये थे। यदि समय रहते ग्राम पंचायतों द्वारा शक्तियों का प्रयोग कर कार्यवाही नहीं की गई तो जल प्रदूषण अधिनियम के तहत गांव में गन्दगी, कीचड, आदि सार्वजनिक पानी के स्थानों पर फैलने पर विभाग को सरपंचों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए मजबूर होना पडेगा।
-जगदीश गुलानिया, सहायक अभियन्ता, अरांई।
विकास अधिकारी सीमा कौशल को ग्राम पंचायतों से जल वितरण व्यवस्थाओं मेें जलदाय विभाग का सहयोग करवाने के निर्देश दिये गये है।
-सीमा माहेश्वरी, जिला प्रमुख, अजमेर
अरांई तहसील को डिजिटल नक्शे में जोड़ा

अरांई। अरांई तहसील घोषित होनेें के डेढ से दो वर्ष का समय बीत जाने के बाद राजस्व विभाग ने कार्यवाही करते हुए वेबपोर्टल पर अजमेर जिले के नक्शे में अरांई तहसील का नक्शा दर्शाने की कार्यवाही को अंतिम रूप दे दिया है। अजमेर जिले को पन्द्रह तहसीलों में बांटने वाला नक्शा राजस्व विभाग की अपना खाता वेबपोर्टल पर चढाया गया है। साथ ही नक्शे में अजमेर जिले की अन्य तहसीलों क ो भी दर्शाया गया है। वहीं तहसील मुख्यालय अरांई के गांवों की जमा बन्दी की नकले निकलना रविवार से शुरू हो गई। मालूम हो कि पिछले २३ दिनों से बेवसाईट पर अरांई ब्लॉक बंद होने से अरंाई सहित आस पास के गांवों के किसानों को जमाबंदी की नकल नहीं निकलने से परेशानिया उठानी पड रही थी। इस दौरान किसान पटवार घरों व तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे थे। जमाबंदी की नकले शुरू होने से किसान ईमित्र कियोस्क के माध्यम से अपनी जमा बंदी की नकले आसानी से निकला सकेगें।
अरांई में उच्च शिक्षा पर दूरी भारी
अरांई। अरांई तहसील मुख्यालय पर राजकीय महाविद्यालय की कमी १२ वीं के बाद उच्च स्तर की शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों के लिए पीडा साबित हो रही है। ग्रामीणों द्वारा लम्बे समय से शिक्षा विभाग से मांग करने के बावजूद महाविद्यालय नहीं खुलने से विभिन्न समाज के लोगों व सामाजिक संगठनों में रोष व्याप्त है। सामाजिक कार्यकर्ता वेणीगोपाल कलवार व गिरधर गोपाल व्यास ने बताया कि विभागीय मापदण्डों के अनुरूप अरांई तहसील मुख्यालय पर महाविद्यालय खुलना आवश्यक है। अरांई सहित आस पास के गांवों के छात्रों को ३० से ४५ किलोमीटर की दूरी तय कर किशनगढ कॉलेज जाना मजबूरी है। कई छात्रों का प्रवेश नहीं होने के कारण उन्हे आर्थिक नुकसान उठाते हुये प्राईवेट कालेजों की शरण में जाना पडता है। सरपंच भवंरगोपाल गौड ने बताया कि अरांई मुख्यालय से ६५ किलोमीटर दूरी पर केकडी में राजकीय महाविद्यालय संचालित है तो ५० कि लोमीटर दूरी पर स्थित मालपुरा में महाविद्यालय है। इसके पश्चात- दूदू व किशनगढ व नसीराबाद में राजकीय महाविद्यालय संचालित हो रखे है। दूरी के कारण छात्र उच्च शिक्षा से वंचित होकर शिक्षा से दूरी बनाने पर मजबूर है।
मौसमी बीमारियों का दौर जारी
अरांई। भीष्ण गर्मी के कारण अरांई क्षेत्र में मौसमी बीमारी का दौर भी बढ गया है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मरीजों की सख्या में बढोतरी हो रही है। केन्द्र प्रभारी डा० अशोक कुमार जाट ने बताया कि मौसमी बीमारियों के चलते उल्टी, दस्त, पेट दर्द, सिर दर्द, आदि के रोगियों की संख्या बढी है।
बीएसएनएल के उपभौक्ता परेशान
अरांई। अरांई में बीएसएनएल लेडलाइन धारकों के फोन के बिल समय पर नहीं पहुचने से उपभौक्ताओं में रोष व्याप्त है। ग्रामीण कैलाश नाथ ने बताया कि विभाग द्वारा समय पर टेलीफोन बिल पहुंचने के कारण उन्हे परेशानिया उठानी पडती है।
लाखों के चक्कर में हजार मिलना हुआ मुश्किल
नेफ्ट से नरेगा श्रमिक के खाते में आये एक लाख छत्तीस हजार रुपये
अरांई। समीपवर्ती ग्राम शंकरपुरा निवासी एक महिला नरेगा श्रमिक के खाते में नेफ्ट के जरिये से एलआईसी आफ इण्डिया का भुगतान एक्सिस बैंक ने गलती से एक लाख छत्तीस हजार सात सौ नन्यानवें रूपये ट्रान्सफ र कर दिये। मामले की जानकारी बैंक कर्मचारियों को लगते ही कर्मचारियों ने खाते से फिलहाल लीन मार्क पर राशि देने पर रोक लगा दी है। महिला क ो बैंक द्वारा उसके खाते में रखी हुयी हजार रूपये की स्वंय की राशि भी नहीं दी जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनसुार शंकरपुरा निवासी सरजू देवी पत्नि प्रहलाद नाथ ने अरांई बैक आफ बडौदा शाखा में जीरों अमाउण्ट पर नरेगा भुगतान प्राप्त करने के लिये खाता खुलवा रखा है। महिला जब बैंक में नरेगा भुगतान लेने गयी तो बैंक कर्मचारी ने सजगता के साथ खाते की जानकारी देखी। इस दौरान खाते में एक लाख छत्तीस हजार सात सौ नन्यानवें रूपये नेफ्ट से ट्रान्सफर किया हुआ दर्शाया गया। इस पर बैंक कर्मचारियों ने मामले की जानकारी उच्च अधिकारियों को देकर खाते से फिलहाल लेन देन बंद कर दी है।
इनका कहना :- खाता धारक को स्टेटमेंट चैक करके उसके खाते की राशि दे दी जायेगी। -बैंक प्रबन्धक अरांई।
थाने के बाहर नहीं बजायें डीजे
अरांई। ग्रामीणों की शिकायत पर अरंाई पुलिस थाने के थानाधिकारी रूपाराम जाट ने डीजे साउण्ड संचालकों को सख्त निर्देश देते हुये थाना परिसर के सामने व बस स्टैण्ड पर तेज ध्वनि में साउण्ड नहीं चलाने के निर्देश दिये है। थानाधिकारी जाट ने साउण्ड चलाने वाले दुकानदारों व वाहनचालकों को अंतिम चेतावनी देते हुये ध्वनि प्रदूषण कानून का उल्लघंन करने के मामले में कार्यवाही करने की बात कही है। मालूम हो कि शांति समिति की बैठक में ग्रामीणों ने डीजे साउण्ड संचालकों द्वारा बस स्टैण्ड पर दिनभर तेज आवाज में साउण्ड चलाकर निकलते रहने की शिकायत की थी। ग्रामीणों ने बताया कि डीजे साउण्ड अधिक आवाज में चलाने से उन्हे मानसिक पीडा उठानी पड रही है।
रातभर अधेंरे में डूबा रहा पचीपला
अरांई। समीपवर्ती ग्राम पचीपला में शनिवार रात्रि विद्युत खामी के चलते ग्रामीणों को सारी रात अधेंरे में ही रहना पडा। इस दौरान रातभर विद्युत सप्लाई नहीं होने के कारण ग्रामीणों को गर्मी में परेशानिया उठानी पडी। विभाग द्वारा विद्युत सप्लाई रविवार सुबह दी गई। विघुत विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की लापरवाही को लेकर अल्पसंख्यक विकास कमेटी ब्लॉक अध्यक्ष रसीद मोहम्मद, पचीपला के अध्यक्ष उस्मान मोहम्मद, इकराम खान, यूनस खान, आबिद हुसैन आदि ने रोष जताया।