प्रभात फेरी द्वारा सीता पुष्करराज की परिक्रमा एवं संकीर्तन

DSCN2976अजमेर! श्री राधाकृष्ण जी महाराज की सद्प्रेरणा एवं सन्यास आश्रम के अधिष्ठाता स्वामी षिवज्योतिषानन्दजी महाराज के पावन सानिध्य में गत् चार वर्ष से अनवरत चल रही प्रभात फेरी दिनांक 29 जून 2014 रविवार को प्रभात फेरी सन्यास आश्रम अजमेर जोधपुर के विख्यात बाल संत गोवत्स श्री राधाकृष्ण महाराज के पावन सानिध्य में बसो के माध्यम से नये रंगजी के मन्दिर पुष्कर पहुंची। जहां श्रद्वेय राधाकृष्णजी महाराज, सन्यास आश्रम के वेदपाठी बालक बालको के साथ सैंकड़ो हरिभक्तो ने संकीर्तन करते हुए तीर्थराज पुष्कर की परिक्रमा एवं पूजन की। इस अवसर पर सन्यास आश्रम के वेदपाटी बालको द्वारा वेदमंत्र एवं ष्शंखध्वनि से ब्रहमा की नगरी पुष्करराज के प्रति अपनी श्रृद्वा प्रकट की। प्रभात फेरी के समापन पर जोधपुर के बाल संत गोवत्स श्री राधाकृष्णजी महाराज ने कहा कि ‘‘ प्रभातफेरी में हरिनाम सुमरन का पुण्य प्राप्त हो तो जीवन धन्य बनता है। और प्रतिदिन भगवान के नाम का दान करने वाला इस भूमि पर सबसे बड़ा दानी है और यह दान नियमित रूप् से प्रभातफेरी में आने से स्वतः ही मिल जाता है। और यह ही नहीं जन कल्याण के लिए सुबह की मीठी मीठी नींद का त्याग स्वर्णदान का फल भी देता है उन्होने कहा कि प्रभातफेरी के माध्यम से साधना, प्रणायामक े साथ अपनी दिनचर्या का एक प्रभुमय, मंगलमय शुभारम्भ हो जाता है। अतः नियमित इस परमार्थ फेरी में जाकर जीवन को आनन्दित करोे यह ठाकुरजी को प्राप्त करने का सबसे सुगम उपाय है। चैतन्य महाप्रभु, संत तुकाराम, संत नामदेव, संत एकनाथजी, भक्त नरसिंह मेहता, भक्त मीरां बाई ऐसे प्रभु के प्रेमी भक्तों ने गली-गली घूम-घ्ूाम कर नाम संकीर्तन का प्रचार किया और प्रभातफेरी की परम्परा को प्रकट किया। यह जो जीव मात्र के कल्याण का श्रेष्ठ कार्य है। जो आपको स्वास्थ्य, परमार्थ एवं मंत्रजाप सहज की करा देता है।
अतः अंत में उन्होने कहा कि यह प्रभु प्रीत की रीति नहीं, प्रभु जागे है तो सोता है, उठ जाग मुसाफिर भोर भई अब रैन कहां जो सोवत है।
आज प्रभात फेरी में श्री गोकुल अग्रवाल, रामरतन छापरवाल,,उमेष गर्ग,लक्ष्मीनारायण हटुका, रमेष मित्तल, श्यामसुन्दर बंसल सहित सैकण्डों भक्त उपस्थित थे।
उमेष गर्ग
प्रवक्ता
मो. 9829793705

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